Sonbhadra News: फाइनेंसर ने स्कूटी छीना तो युवती ने उठाया लिया खौफनाक कदम.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
दुद्धी में एक नाबालिग लड़की की फांसी लगा कर आत्महत्या करने की घटना सामने आई है। जिसने भी घटना के पीछे की वजह जानी स्तब्ध रह गया। आठ दिन पहले पिता को छेड़खानी के आरोप में 7 साल की सजा हुई थी। किस्त न भर पाने से फाइनेंस कंपनी वाले 5 दिन पहले स्कूटी भी उठा ले गए थे। इस सदमे को मासूम बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी आखिरकार उसने अपनी जीवनलीला समाप्त करने की घटना को अंजाम दे डाला। घटना दुद्धी थाना क्षेत्र के निमियाडी गांव का है।

मृतका की पहचान रायशा खातून (17) पुत्री मुबारक अली के रूप में हुई है। घटना के समय परिवार दूसरे कमरे में था। आवाज देने पर जब रायशा नहीं बोली, तो परिजनों ने खिड़की से देखा तो फंदे से लटकी दिखी किशोरी को देखकर उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। तुरंत फंदे से नीचे उतार कर देखा तो उसकी मौत हो चुकी है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

वही मृतका के बड़े पापा ने बताया कि रायशा 12वीं में पढ़ती थी। घर से स्कूल दूर होने के कारण पिता ने एक इलेक्ट्रिक स्कूटी फाइनेंस पर उसे खरीद कर दी थी। उसी स्कूटी से रायशा रोज स्कूल जाया करती थी। फाइनेंस का एक-दो किस्त टूट गया था। इस वजह से फाइनेंस वालों ने स्कूल जाते समय बाजार से उसकी स्कूटी छीन ली थी। जबकि रायशा बार-बार ऐसा न करने के लिए कह रही थी। काफी मिन्नत करने के बाद भी वो नहीं माने और स्कूटी लेकर चले गए।

रायशा काफी मायूस और उदास होकर पैदल ही अपने घर आई और अपने मां को रोते हुए पूरी बात बताई और कहा कि मां अब हम स्कूल नहीं जाएंगे। पापा भी जेल चले गए अब हम लोग क्या करेंगे। बता दें कि रायशा के पिता मुबारक अली पर अक्टूबर 2017 में विंढमगंज थाना क्षेत्र की एक नाबालिग से छेड़खानी के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था।

उसी मामले में कोर्ट ने मुबारक अली को दोषी मानते हए 7 साल का कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसे 29 अगस्त 2024 जेल भेज दिया गया था। ग्राम प्रधान ने बताया कि रायशा की स्थिति बताती हैं कि आर्थिक समस्या और पारिवारिक कठिनाइयों ने उसे गहरे अवसाद में धकेल दिया। स्कूटी का छिनना और पिता का जेल जाना उसके जीवन में बहुत बड़ा आघात बना। जिससे वह उबर नहीं पाई।