Sonbhadra News: जाली नोट छापने वाले गिरोह का पुलिस ने किया खुलासा, 2 गिरफ्तार.

Story By: संगम पांडेय, रॉबर्ट्सगंज।
सोनभद्र।
पुलिस लाइन में एक हैरान कर देने वाले मामले का खुलासा अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह के द्वारा किया गया। जाली नोटों के कारोबार में लिप्त अंतर्जनपदीय एक बड़े गिरोह के 2 सदस्यों को मुखबिर की सूचना पर कोन पुलिस ने गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। जाली नोटों को छाप कर अभियुक्त अलग-अलग तरीकों से नोटों को खपाते थे।

बता दे कि गैंग के सदस्य उस समय पुलिस के हत्थे चढ़े जब रामगढ़ मार्केट स्थित एक दुकान पर जाली नोटों को खपाने की नीयत से सामान ले रहे थे। गैंग के सदस्यों के पास से एक बिना नंबर की आल्टो कार से 10 हज़ार के 500 नोटों की 20 नोट के साथ प्रिन्टर, लैपटाप व 10 रुपये की 27 सादा स्टाम्प भी बरामद।

एडिशनल एसपी कालू सिंह ने पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए बताया कि कोन पुलिस द्वारा दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था। यह सूचना दी गई थी कि कुछ लोग नकली नोट चला रहे हैं। जब उनसे पूछताछ की गई और उनकी गाड़ी को चेक किया गया तो ₹20 हज़ार की कीमत की 500 के नकली 20 नोट बरामद हुए। पकड़े गए आरोपियों ने पूरी प्रक्रिया बताई की वो नकली नोटों को कैसे छापते थे और चलाते थे।

₹10 वाला स्टाम्प लेकर ₹500 के नोट को कंप्यूटर में स्कैन करके उसको प्रिंटर से दोनों तरफ से प्रिंट करते थे और उन्हीं नकली नोटों को मार्केट में चलते थे। आरोपियों ने बताया कि वो इस तरह दे ₹30 हज़ार के नकली नोटों का प्रयोग कर चुके है। जो नोटों के लिए एक्चुअल में पेपर यूज़ होता है वो तो कही मिलेगा ही नहीं। इसलिए आरोपी स्टाम्प पेपर का यूज़ करते थे क्योंकि स्टाम्प का जो पेपर है वो क्वालिटी बेस्ट है रात में देखने पर आम तौर पर पहचान करना मुश्किल होता है।

अभी तक दो ही लोग प्रमोद मिश्रा (40) पुत्र स्व० प्रभुनारायण मिश्रा निवासी वार्ड-04 चुर्क बाजार, थाना रॉबर्ट्सगंज और सतीश राय (27) पुत्र स्व० परमहंस राय निवासी नौगरहा, पचौरा, थाना कोतवाली चुनार, जनपद मीरजापुर प्रकाश में आए हैं बाकी थाना कोन पुलिस विवेचना कर रही है और जो भी प्रकाश में आएंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी। 10 हज़ार के 500 नोटों की 20 नोट के साथ प्रिन्टर, लैपटाप व 10 रुपये की 27 सादा स्टाम्प और अल्टो गाड़ी बरामद हुई है। कालू सिंह ने बताया कि दोनों अभियुक्त मिर्जापुर से स्टांप खरीदते थे, जिससे स्टाम्प खरीदते थे क्या इसी के नाम पर है इस पर भी आगे की विवेचना की जाएगी।