Sonbhadra News: प्रयागराज कुम्भ से वापस लौटते समय श्रद्धांलुओं का जत्था रुका गुप्त काशी, क्षेत्र के पवित्र सोन नदी तट पर किया स्नान.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
आस्था के महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति के बाद भी श्रद्धालुओं की आस्था कम होने का नाम नहीं ले रही है त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने के लिए विभिन राज्यों से करोड़ो श्रद्धालु संगम नगरी पहुंच रहे है। प्रयागराज से स्नान करने के बाद श्रद्धांलुओं को आसपस के जिलों के पवित्र स्थान पर माथा टेकते हुए देखा जा सकता है।

ऐसे में सोनभद्र के सोन नदी के पावन तट पर छत्तीसगढ़ से आये श्रद्धालुओं ने सोन नदी तट पर स्नान किया और पवित्र जल को हाथों में लेकर आँचमन किया। डेढ़ सौ से ज्यादा का सफर प्रयागराज से करने के बाद चोपन में श्रद्धांलुओं का जत्था रुका और स्नान करने के बाद सोन नदी के आसपास के इलाकों का भी भ्रमण कर क्षेत्र के बारे और उसकी विशेषताओं के बारे में जाना। श्रद्धालुओं केशव नदी तट पर रुकने से नदी क्षेत्र गुलजार दिखा और आसपास के होटल और ढाबों पर भारी भीड़ देखी गई।

श्रद्धांलुओं में इस बात का आश्चर्य देखने को मिला की सोन नदी और उसके आसपास के पहाड़ी इलाकों को गुप्त काशी के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि श्रद्धांलुओं ने ये भी कहा कि जिस तरह से बनारस और धर्मनगरी पर विशेष ध्यान दिया जाता है उसी तरह सोन नदी क्षेत्र गुप्त काशी का भी विकास किया जाना चाहिए। श्रद्धांलुओं ने कहा सांसद विधायक और प्रशासनिक अमले को क्षेत्र में धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है।

प्रयागराज से वापस लौटे श्रद्धालु संतलाल साहू ने बताया कि प्रयागराज में सरकार के द्वारा भव्य महाकुम्भ का आयोजन किया गया है और व्यापक सुरक्षित व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई है। अफवाहों पर ध्यान न दे करोड़ों की भीड़ होने के बावजूद इत्मीनान से स्नान सभी श्रद्धालु कर रहे है। किसी भी तरह की हताश वाली स्थित नहीं है।

बल्कि प्रशासन हर प्रकार से श्रद्धांलुओं का सहयोग कर रहा है और स्थित को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बेरीकेड लगी हुई है। जिस हिसाब से वहां करोड़ की संख्या की भीड़ जा रही है उस हिसाब से व्यवस्था चाक चौबंद यूपी सरकार की तरफ से की गई है। हमें वहां की व्यवस्था देखकर अच्छा लगा। हां गलती से भगदड़ हो गई लेकिन लोगों में आस्था महाकुंभ को लेकर अभी भी कम नहीं हुई है। संगम नगरी में स्नान करने के बाद हम सभी श्रद्धालु पवित्र सोन नदी तट पर स्नान करने के लिए रुके है।

यहां रुकने पर पता चला की आए यह स्थान पवित्र गुप्त काशी के नाम से जाना जाता है। आसपास कई पवित्र धार्मिक स्थान है। समय के आभाव में फिलहाल हम इस क्षेत्र में ज्यादा नहीं घूम पाए अब समय निकाल कर सोनभद्र घूमने ज़रूर आएंगे।