Sonbhadra News: नदी के तटीय इलाकों के लिए गाइडलाइन जारी, बढ़ते नदी से ग्रामीणों में चिंता.

Story By: विकास कुमार हलचल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
सोन नदी में बढ़ते जलस्तर का असर चोपन ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कनछ में भी देखने को मिल रहा है। चोपन की तरफ से ढलान होने की वजह से सोन नदी का बढ़ते पानी का आवक कनछ गांव की तरफ जाने वाले रास्ते पर साफ देखी जा सकती है।

नतीजन कनछ सहित आस पास के गांव भी कनौहरा पकरी ससनई चकरिया और पिंडारी सहित दर्जनों गांव प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। नदी के ततीय इलाकों में खेती करने वाले किसानों की फसल चौपट हो गई है। नतीजन गांव से आने वाली सब्जियां के दाम चोपन बाज़ार में उच्चतम स्तर पर पहुंच गए है। रबी की फसल तटवर्ती इलाके में पुरी तरह नुकसान की कगार पर पहुंच गए है।

बरसात की वजह से दर्जनों गांव में जाने वाले सड़क खस्ताहाल हो गए हैं और लबालब भरे पानी में वाहनों के गुजरने पर वाहनों के इंजन में पानी चले जाने से कई वाहन पानी में फस जा रहे है। बता दे कि इसी रास्ते से कई गांव के हज़ारों लोग गुजरते है।

किसान बाजार में दुग्ध, सब्जी वह अन्य खेती की सामग्री बेचने आते हैं और ग्रामीण चोपन क्षेत्र और आसपास के क्षेत्र से बाजार कर घरेलू दैनिक उपयोग की चीज़े को भी घर ले जाते हैं। लेकिन सोन नदी की बढ़ते जलस्तर से ग्रामीण प्रभावित हुए हैं।

शासन स्तर से भी ओबरा तहसील में निवास करने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एहतिहातन गाइडलाइन जारी की गईं है कार्यालय सहायक अभियंता, चतुर्थ, बंधी प्रखण्ड द्वितीय रावर्टसगंज, सोनभद्र ने सोन नदी का जलस्तर बढ़ने के सम्बन्ध में 17/07/2025 जारी गाइडलाइन में कहा कि विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से एमपी स्थित बाणसागर बांध के गेट खोले गये है।

सायं 6:00 बजे सोन नदी का जलस्तर 171.64 मी. है, जो कि खतरे के निशान 171.00 मी से ऊपर है एवं लगातार बारिश के कारण सोन नदी का जलस्तर 24 सेमी०/घण्टा की दर से बढ़ रहा है, पानी की लगातार आवक की वजह से गुरदह, अलउर, सिन्दुरिया, चकाडी, गुरूर, चोपन, अम्माटोला, हर्दी, सोन्झर, चकरिया, चाचीकला, नकतवार, पिंडारी गांव/मजरें (टोला) प्रभावित होगें। हालांकि दोपहर तक चोपन स्थित सोन नदी का जलस्तर कम होता दिखा।