Sonbhadra News: खनन क्षेत्र में DGMS की टीम की धमक से पसरा सन्नाटा.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
बिल्ली खनन क्षेत्र में खान सुरक्षा निदेशालय की टीम की धमक से सन्नाटा पसरा दिखा। बता दे कि शिकायतकर्ता निर्भय चौधरी की शिकायत पर DGMS की टीम मे0 श्री स्टोन में भारी अनियमितता से हो रहे खनन की जांच करने पहुंची थी। टीम ने खदान का स्थलीय निरिक्षण कर साक्ष्य इक्क्ठा किया। इस दौरान जांच टीम के साथ शिकायतकर्ता और खननकर्ता की टीम भी मौजूद रही। हालांकि स्थलीय निरिक्षण के बाद मौके पर मौजूद पत्रकारों को बिना बयान दिए अधिकारी मौके से निकल गए।

शिकायतकर्ता निर्भय चौधरी ने कहा खनन अधिकारी की मिलीभगत से मे0 श्री स्टोन में मानक की धज्जियां उड़ा कर खनन हो रहा है। जिससे सरकार को करोड़ो रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि श्री स्टोन नामक खदान पूरी तरह अवैध रूप से चल रही है। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री और अन्य जगहों पर की गई थी। अधिकारी जीवन कुमार की देखरेख में डीजीएमएस की टीम ने खदान का मुआयना किया और शिकायत संबंधित जांच की।

जांच टीम ने भी माना की खदान चलने योग्य नहीं है, इसे बंद कराया जाएगा। मानक के अनुरूप खदान नहीं है। चढ़ाई बहुत ज्यादा होने की वजह से असुरक्षा है। शिकायतकर्ता निर्भय चौधरी ने बताया खदान संचालक सरकार को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। खदान संबंधित जांच अधिकारी लिखित में सूचना देने के लिए कहे हैं। जैसा खनन हो रहा है पूरी तरह मानक के विपरीत है। न ही ब्रेच बनाकर खनन हो रहा न ही खदान में कोई सेफ्टी है। सीधे खनन करके गहराई पर गहराई कर दी जा रही है। सबसे बड़ी समस्या खदान में पत्थर की लोडिंग कम और परमिट ज्यादा बेच दिया जा रहा है। कई अन्य खदानों में भी यही मामला है।

खनन कम परमिट ज्यादा बेची जा रही है। खान अधिकारी अपने रसूख के दम पर भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। खान अधिकारी शैलेश कुमार की देखरेख में सभी खदान अवैध तरिके से चल रही है। शिकायत करने पर आख्या रिपोर्ट भी फ़र्ज़ी लगाकर चलने योग्य बता देते है। अगर जांच अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं तो मजबूरन हमें कोर्ट में जाना होगा। शिकायतकर्ता ने कहा जब शिकायत किया गया है तो हार नहीं मानेंगे। ऊपर तक जाएंगे। मजदूर खदान में काम नहीं कर रहे हैं मशीनों से लोडिंग हो रही है और ब्लास्टिंग का कोई नियम कानून ही नहीं है।

पानी के लिए यहां के क्षेत्रवासी त्राहिमाम कर रहे हैं लेकिन समरसेबल से खदान से पानी निकाल कर नालियों में बहा दे रहे है। साथ ही पर्यावरण को बहुत ज्यादा छति पहुंच रही है। शिकायतकर्ता ने कहा इसके श्री स्टोन के साथ बालाजी खदान की भी शिकायत की गई है लेकिन जांच टीम ने उक्त खदान की अगले दौरे पर जांच करने की बात कही है। देखिये बालाजी खदान की जांच कब होती है।