Sonbhadra News: मुख्य सचिव और मोटरमालिकों की वार्ता का वीडियो वायरल, फ़र्ज़ी पपत्र पर गाड़िया पास का आरोप, वीडियो वायरल.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
सोनभद्र अपने खनन के लिए जाना जाता है लेकिन अवैध तरह से खनन और परिवहन को लेकर समय-समय पर आरोप लगते रहे है। इन आरोपों के घेरे में खनन विभाग की संलिपता को लेकर आवाज़ भी उठते रहे है। हालांकि खनन विभाग अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से ख़ारिज करता रहा है। इस समय सोशल मीडिया एक विडियो जमकर वायरल हो रहा जिसमे मुख्य सचिव मनोज सिंह के सोनभद्र दौरे के दौरान मोटरमालिकों ने की खान अधिकारी शैलेन्द्र सिंह की शिकायत।

वीडियो में साफ देखा जा सकता है किसोनभद्र से लौटते समय मोटर मालिकों ने लोढी टोल प्लाजा पर मुख्य सचिव का काफिला रोक कर शिकायत की। मोटरमालिकों का आरोप है कि खान अधिकारी शैलेन्द्र सिंह की कृपा से बिना खनन पपत्र के हज़ारों गाड़िया धरल्ले से चल रही है। यहां तक की फर्जी खनन पपत्र छपवाकर खनन विभाग की सह पर गाड़िया पास हो रही है। खनन क्षेत्र में कई लाख घनमीटर अवैध गिट्टी पड़ा हुआ है लेकिन सिर्फ 100 फिट गिट्टी ज्यादा होने पर लाखों रुपये का पैनालिटी लगा दिया जाता है।

खनन विभाग की तानाशाही रवैया की वजह से कई मोटर मालिक लूट की कगार पर पहुंच चुके है और लाखों रुपये के क़र्ज़ में डूब गए है। मोटरमालिकों का आरोप है कि मिलीभगत से 165 रुपये की रॉयलती 1500 रुपये घनमीटर में बेचा जा रहा है। जो मोटर इनके सिस्टम में नहीं है उनके ऊपर रोक कर इतनी पेनल्टी लगा देंगे की कि मोटर मालिक मोटर बेचने पर मजबूर हो जाएंगे। वही अवैध खनन और परिवहन की शिकायत को लेकर मुख्य सचिव गम्भीर दिखे और कार्यवाही का आश्वासन दिया।

मुख्य सचिव मनोज सिंह ने नियमों का हवाला देते हुए ये ज़रूर कहा कि शासन का निर्देश है कि माइनिंग एरिया में ही चेकिंग होनी चाहिए। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मोटर मालिक मुख्य सचिव को अपनी व्यथा बताते हुए दिख रहे हैं। यह मामला प्रदेश में खनन व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। वैसे जीरो टॉरलेन्स की सरकार में इतना बड़ा आरोप एक विभाग के अधिकारी पर लगना बड़ी बात है। विभाग को जल्द से जल्द मामले को लेकर स्पष्टीकरण देना चाहिए।

ट्रक एसोसिएशन सोनभद्र के अध्यक्ष कमल किशोर सिंह ने कहा कि हम लोगों ने मुख्य सचिव मनोज सिंह को शिकायत की थी और उनको बताया गया कि खनन विभाग द्वारा जिले में भ्रष्टाचार फैलाई जा रही है और लगातार ट्रक मालिकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कई अन्य विषयों को लेकर पत्रक दिया गया है। हमने मांग की है कि लोडिंग पॉइंट पर ही कार्रवाई सुनिश्चित करें। सबसे बड़ी बात है कि खनन अधिकारी द्वारा वीआईपीद कल्चर का आगाज किया गया है। उस वीआईपी कल्चर बंद किया जाए।

ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कुछ विशेष लोगों की गाड़ियां मंदिर के नाम पर मस्जिद के नाम पर विधायक के नाम पर अधिकारी के नाम पर 50 सौ गाड़ियां बिना रॉयल्टी के परिवहन कराते हैं खनिज अधिकारी, यह स्वयं परिवहन कराते हैं। इसमें उनकी स्वयं संलिप्तता है। विगत 3 माह से जो फर्जी प्रपत्र इस टाइम हमारे जनपद में चला उसमे 100% खनिज अधिकारी की संलिप्तता थी। इन सब विषयों को लेकर ज्ञापन दिया गया जिससे भ्रष्टाचार समाप्त हो हमारे जिले से अब मोटर वाली सामान्य रूप से व्यवसाय कर सकें।

खनन विभाग की तरफ से संगठन के लोगों पर हुई कार्रवाई के बाबत सवाल पर अध्यक्ष ने कहां हमारे संगठन है 25 लोगों के खिलाफ नामजद फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। जो निराधार है वही उनके पास कोई एविडेंस नहीं है। जिस समय की ये बात कर रहे है उस समय हम लोग कैमरे में मौजूद है जो उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा हाईटेक कैमरा लगाया गया है उस कैमरे के समक्ष है। हम लोगों के द्वारा कोई इस तरह का नियम विरूद्ध कार्य नहीं किया गया है और उस समय कोतवाल रॉबर्ट्सगंज, खान अधिकारी और खनिज इंस्पेक्टर मौजूद थे। हम हम लोगों ने बस यही जानना चाहा कि आप गलत गाड़ियों को चालान करिए आपतो सही गाड़ियों का भी चालान कर दे रहे है। उनका कहना था कि आप लोगों ने मुख्य सचिव से कंप्लेंट किया है इसलिए मैं यह चालान कर रहा हूं।