Sonbhadra News: कलेक्ट्रेट पर भाकपा का जोरदार प्रदर्शन, सांप्रदायिक, जातिवादी हिंसा और समाज में बढ़ रहे नफ़रत को रोकने की मांग.

Story By: चंदन कुमार।
सोनभद्र।
गुरुवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर इक्क्ठा होकर प्रदेश में हो रही जातिय हिंसा और बुलडोजर नीति के विरोध में प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम पत्रक एडीएम (न्यायीक) को सौंपा और कार्यवाही करने की मांग की। धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि जबसे देश व प्रदेश में घोर साम्प्रदायिक डबल इंजन की सरकारें आईं है, तबसे देश प्रदेश का पूरी तरह से समाजिक ताना बाना ध्वस्त किया जा रहा है और भारत के संविधान की धारा 15 का खुले आम उलंघन किया जा रहा है। राजनैतिक दबाव के चलते प्रशासन को कमजोर किया जा रहा है। संविधान की धारा 15 धर्म, मूल वंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान के आधार पर विभेद का पूरी तरह से विरोध करती है। किसी भी नागरिक के विरूद्ध केवल धर्म, जाति, लिंग के आधार पर कोई विभेद नहीं किया जा सकता है। किन्तु समूचे देश व प्रदेश में धर्म, जाति, लिंग के आधार पर खुलेआम विभेद किया जा रहा है। इटावा के थाना बकेवर के दादरपुर गांव में कथा वाचकों के साथ घटी घटना इसका जीता जागता सबूत है। देश व प्रदेश में जगह-जगह पर ऐसी घटनाएं घट रही है। इन घटनाओं की पार्टी निन्दा करती है और इस राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत मांग करती है कि देश-प्रदेश में बैठी सरकारों के मंत्रीयों द्वारा देश में साम्प्रदायिकता और जातियता फैलाई जा रही है। जिसका असर गांव-गांव और शहर-शहर में फैल रहा है, जिसे तत्काल रोका जाना अति आवश्यक है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कहना चाहती है कि देश व प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया जाये और साम्प्रदायिकता जातियता के आधार पर दंगा फसाद करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाये।

उत्तर प्रदेश राज्य के इटावा जिले के बकेवर थाने के दादरपुर गांव में दो कथावाचकों के साथ सवर्ण सामंतों द्वारा की गयी अशोभनीय घटना, गोण्डा, शाहजहांपुर और मेरठ में दलित बच्चों को पेशाब पिलाने की पैशाचिक घटना एवं पिछड़ो, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं के साथ किये जा रहे अत्याचारों को रोका जाए। धरना प्रदर्शन के माध्यम से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की मांग है कि इटावा जिले के बकेवर थाने के दादर पुर गांव में दो कथावाचकों मुकुट मणि यादव व सन्त राम यादव के साथ सवर्ण सामंतों द्वारा जिस तरीके की अशोभनीय घटना को अंजाम दिया गया है, उसकी उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराकर सभी दोषियों और साजिश कर्ताओं को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये। इटावा की घटना में लिप्त रहे दोषियों और साजिश कर्ताओं को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चला कर तत्काल सजा सुनिश्चित किया जाये। गोण्डा, शाहजहांपुर और मेरठ में दलित बच्चों को सवर्ण सामंतों द्वारा पेशाब पिलाये जाने की घटनाओं की भी उच्च स्तरीय जांच करा कर दोषियों को सजा दिला कर भुक्तभोगियों को न्याय दिलाया जाये। दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं पर किये जा रहे अत्याचारों पर अविलम्ब रोक लगाया जाये। प्रदेश में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था एवं बुलडोजर व्यवस्था पर अविलम्ब अंकुश लगाया जाये। इस अवसर पर कामरेड जगरनाथ बैगा, कामरेड रामजीत, कामरेड विजेन्द्र, राजनारायण, महेंद्र, बबलू बैगा, अरविन्द कुमार, लीलाधर विश्वकर्मा, विरेन्द्र कुमार गोंड, बाबू लाल चेरो, कामरेड हृदय नारायण गुप्ता, कामरेड अमरनाथ सूर्य, कामरेड प्रेम चंद्र गुप्ता, कामरेड अजय मौर्या व कामरेड नागेन्द्र कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे।