Sonbhadra News: अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी, वन अधिकारों की मान्यता के खतौनी का किया गया वितरण, विपक्ष की जांच की मांग.

Story By: कन्हैया लाल यादव, नगवां।
सोनभद्र।
जनपद के जिलाधिकारी बीएन सिंह द्वारा शुक्रवार को मड़पा के राजस्व ग्राम चौरा में जन चौपाल लगाकर अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी, वन अधिकारों की मान्यता के अन्तर्गत पात्र 127 लाभार्थियों को खतौनी का वितरण किया गया। उनकी जीविका के साधन एवं खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुये उनके कब्जे की वन भूमि पर उन्हें खतौनी द्वारा मालिकाना हक प्रदान किया गया है।

कई वर्षों से जोताई-बुवाई करने के बाद भी ग्रामीणों को अभी तक मालिकाना हक का कोई प्रमाण नहीं था, जिससे उन्हें अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था और सरकार की योजनाओं से सम्बन्धित लाभ नहीं मिल पा रहा था, इसी के मद्देनजर ग्रामीणजनों को इन समस्याओं का सामना न करना पड़ें, इसलिए काबिज भूमि की खतौनी का वितरण किया गया है।

हालांकि वितरण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रॉबर्ट्सगंज लोकसभा से सपा सांसद छोटेलाल खरवार ने खतौनी के वितरण पर सवाल खड़ा कर जिलाधिकारी से जांच की मांग कर दी और कहा कि बाहरी लोग अधिकारीयों की मिलीभगत से गरीब आदिवासियों का हक मार भूमि की खतौनी पाने में कामयाब रहे है। रॉबर्ट्सगंज से सपा सांसद छोटेलाल खरवार ने इस दौरान सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा जितना पट्टा वितरण हो रहा है वह सही है। लेकिन जो मूल निवासी है जिनका पट्टा नहीं हुआ उसके लिए जांच होनी चाहिए। क्योकि आदिवासियों का हक बाहरी लोगों द्वारा मारा जा रहा है।

शिकायत पर जिलाधिकारी ने कहा है की जांच कराई जाएगी। ये एक गांव की बात नहीं है पूरे जनपद की समस्या है। विधानसभा में बाहरी लोग आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किए हुए हैं। सर्वे में प्रशासन और राजस्व अधिकारियों को मिलाकर अपने नाम से पट्टा करा लिए है। इसलिए मैं जिलाधिकारी से रोक लगाने की मांग की है पहले भी जिलाधिकारी के द्वारा रोक लगाया गया था वह व्यवस्था फिर मैं चाहता हूं कोई आदमी आदिवासियों की जमीन पर कब्जा न करने पाए।कौन आदिवासियों को पट्टा देने में बाधक बन रहा है ये जांच का विषय है। जांच होने पर मिलीभगत सामने आ जाएगी।

पट्टा वितरण के दौरान सदर विधायक भूपेश चौबे ने विपक्ष के उस आरोपों का जवाब दिया जिसमे विपक्ष ने आरोप लगाया था कि गांव में मौके पर कोई अधिकारी नहीं आता है। जिससे पट्टा देने का कार्य पूरा नहीं हो पाता है। इस पर विधायक भूपेश चौबे ने कहा सरकार के प्रति लोगों की अच्छी सोच का नतीजा है कि बार-बार भाजपा की सरकार आ रही है। जितने भी आदिवासी गरीब है उनके साथ हर वर्ग के लोग भारतीय जनता पार्टी और मोदी-योगी के साथ है।

आज वन अधिकार के तहत एक बड़ा काम देश में जिस तरह मोदी के मार्गदर्शन में हो रहा है। उत्तर प्रदेश में जब से बीजेपी की सरकार बनी है तब से वन अधिकार कानून के तहत पत्र दिए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई उसी क्रम में चौरा गांव में खतौनी का वितरण हुआ। जहां आदिवासी भाइयों को उनके खतौनी सौपी गईं। अब वो जमीन पर जमींदार हो गए। सरकार की जो भी योजनाएं हैं उसके आधार पर सभी योजनाओं का लाभ उन्हें मिलेगा। बहुत ही अच्छा काम हुआ है जिससे सभी लोग खुश हैं।

आज हमलोग पट्टा वितरण कार्यक्रम में उपस्थित है विपक्ष जो भी आरोप लगाए उन्हें लगाने दीजिए। आज सरकार के अथक परिश्रम और प्रयास और योगी के क्रमशीलता के नाते पट्टा वितरण का कार्यक्रम रखा गया है। पट्टा वितरण में जो भी बचे हैं आगे उनको पट्टा दिया जाएगा। विपक्ष को कमी ढूंढना है तो ढूंढते रहे, मोदी योगी का काम है की समस्याओं का समाधान करो और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ो। सबका साथ सबका विकास सबके विश्वास को कायम रखते हुए विकसित भारत बनाना है।

जिलाधिकारी ने कहा जनपद में वनाधिकार अधिनियम के अंतर्गत जो पात्र व्यक्ति हैं, उनमें अधिकांश अनुसूचित जनजाति के लोग हैं। उन्हें पट्टा वितरण किया जा रहा है। अभी तक 16,000 पट्टों का वितरण किया जा चुका है। पट्टा वितरण के पश्चात उनके नाम खतौनी में अंकित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

खतौनी में पट्टे का अंकन कर संबंधित वनाधिकार अधिनियम के लाभार्थियों को वितरण का कार्य जनपद में राज्यपाल महोदया द्वारा प्रारंभ किया गया। इसी क्रम में हम लोग यहां आए हुए थे। यहां पर 127 लाभार्थियों को नामांकित करके उनके पट्टे वितरित किए गए हैं।