Sonbhadra News: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हिन्दू रक्षा समिति, हिंदू संगठनों का जोरदार प्रदर्शन.
Story By: संगम पांडेय, रॉबर्ट्सगंज।
सोनभद्र।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हिन्दू रक्षा समिति के बैनर तले हिंदू संगठनों ने कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन के बाद डीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता भी वहां मौजूद रहे। हिंदू रक्षा समिति के नरसिंह त्रिपाठी और भाजपा जिला अध्यक्ष नंदलाल गुप्ता के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बुधवार को जनपद के जिलाधिकारी कार्यालय पर हिंदू संगठनों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। जिसमें हिंदू रक्षा समिति के नरसिंह त्रिपाठी ने भारत सरकार से मांग की की बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को बंद करने के लिए भारत सरकार बांग्लादेश में हस्तक्षेप करें।
नरसिंह तिवारी ने बताया कि बांग्लादेश के अंदर कुछ साधु संतों की गिरफ्तारियां हो रही है। हिंदू आस्था के बिंदु मठ मंदिर तोड़े जा रहे हैं। हिंदुओं की हत्याएं हो रही है माताएं बहने के साथ दुष्कर्म जैसी घटना हो रही है। इसके लिए पूरे विश्व के अंदर निवास करने वाला हिंदू समाज आज आक्रोषित है। हिंदू रक्षा समिति के बैनर तले पूरे हिंदू समाज इक्कट्ठा होकर जिला अधिकारी को ज्ञापन दिया गया हैं।
सबसे बड़ा दुख का विषय यह है अपने देश के कुछ गद्दार राजनेता जो कहते हैं जो बांग्लादेश में हुआ वह भारत में भी होने वाला है ऐसा चेलेंज दिया जा रहा है। ऐसे में हिंदू समाज तैयार है। उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा। आज उनको बता देना चाहता हूं राम भक्त के बाद अब शिव भक्त भी जागेगा।
आज हिन्दू समाज को एकत्र होने का काम किया जा रहा। जिस समय बांग्लादेश भुखमरी के कगार पर था तो इस्कॉन के अध्यक्ष स्वामी चिन्मय दास कई देशों से चंदा लेकर बांग्लादेश का सहयोग किया और आज बांग्लादेश उन्हीं को गिरफ्तार करके हिंदुओं का दमन करने की नीति अपना रही है।
जो स्वीकार नहीं है बांग्लादेश सरकार और अविलंब चिन्मय दास को रिहा करें हिंदुओं पर अत्याचार बंद करें। भाजपा जिला अध्यक्ष नंदलाल गुप्ता ने इस दौरान कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री पूरे विश्व को शांति का संदेश देते वैसे ही बांग्लादेश में भी शांति हो और हिंदू अल्पसंख्य उत्पीड़न का शिकार हो रहे है वो तत्काल बंद हो। वहां पर जो संतों की गिरफ्तार हुई हैं उन्हें तत्काल रिहा करना चाहिए। साथ ही अमन चैन बांग्लादेश में कायम होना चाहिए।