Sonbhadra News: साइबर क्राइम करने के लिए बनाए ग्रुप को लेकर एक्शन मोड में आई पुलिस, जिलेभर के कई व्हाट्सऐप ग्रुपों को किया गया चिन्हित.
Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
टेक्नोलॉजी के जामने में अब सब कुछ आसान हो गया है। बस एक ही क्लिक पर ही दुनिया आपके हाथ में होगी। खासतौर से सोशल मीडिया बहुत तेज़ी से आमलोगों के जीवन में पांव पसार कर बड़ा असर डालता है।
माहौल को खराब करने के लिए युवाओं ने अब सोशल मीडिया को हथियार बनाया है, व्हाट्सएप ग्रुप पर कई उत्तेजक शब्दों के साथ अलग-अलग ग्रुप बनाकर अपने साथियों के संग क्राइम की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
जनपद सोनभद्र में पुलिस ने ऐसे ही कई व्हाट्सएप ग्रुपों को चिन्हित किया है और आम जनमानस से अपील करते हुए अभिभावकों को सचेत और सावधान रहने की हिदायत दी है, साथ ही पुलिस अपील कर रही है कि वह अपने घर के नए उम्र के सदस्यों पर जरूर ध्यान रखे अन्यथा बड़ी कार्रवाई या घटना हो सकती है। ओबरा थाने की पुलिस ने अलाउंस करते हुए एक अपील करते हुए का वीडियो वायरल किया जा रहा है। जिसमें पुलिस ने आमजन मानस से अपने घर के नए उम्र के युवाओं, नाबालिक लड़कों पर निगाह रखने और सोशल मीडिया के व्हाट्सएप प्लेटफार्म पर नए-नए उत्तेजक शब्दों के साथ ग्रुप बनाकर क्राइम करने की योजना का ख़िलासा होने की बात सामने आई है।
पुलिस ने जिले भर के ऐसे कई व्हाट्सएप ग्रुपों को चिन्हित किया है जैसे टार्जन, टाइगर, युवा जोश, किंग ऑफ़ यूपी, किंग ऑफ़ सोनभद्र, शेरे सोनभद्र, थाना ओबरा के नाम सामने आए हैं, चौराहे पर खड़ी पुलिस की गाड़ी अलाउंस कर रही है कि आप अपने घर के बच्चों पर निगाह रखें जो किसी गलत काम में नफ्स है और युवा ऐसे ग्रुप बनाकर उसने अश्लील एवं उत्तेजनात्मक बातों को शेयर किया जाता है। जैसे कहीं घटना हो जाए और सभी को इकट्ठा करना हो तो आप ग्रुप में शेयर करते हैं जिससे घटनास्थल पर सदस्य के साथ लाठी डंडे और हथियार के साथ पहुंच जाते हैं।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नई उम्र के छात्र हैं नाबालिक हैं। उन लोगों के द्वारा व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए ग्रुप बनाकर उसका नाम टाइगर, शेरे सोनभद्र, कोबरा जैसे ग्रुप बनाया हुआ है वह अज्ञानता बस ऐसे ग्रुप में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करते हैं और किसी लड़के के साथ किसी तरह का कुछ विवाद होता है तो इस ग्रुप में मैसेज करते हुए अपने लोगों को साथ बुलाते हैं और क्राइम करते हैं। ऐसे ग्रुपों को पुलिस की साइबर सेल ने जिले भर से चिन्हित किया है।
इसी कड़ी में ओबरा पुलिस का पहल सराहनीय है। पुलिस अधीक्षक ने जिले के थानों को भी निर्देश किया है कि वह भी अपने यहां ऐसे कार्य करें। साथ ही बताया कि एक ऐसे ही ग्रुप का मामला सामने आया था, जहां विवाद होने पर लोगों ने मारपीट घटना को अंजाम दिया था। जिसमें 35 लोगों पर मुकदमा लिखा गया था उसमें कई युवक जेल गए थे, कुछ भी नाबालिक थे। पुलिस अधीक्षक ने आम जनमानस और अभिभावकों से अपील की है कि वह ऐसे लड़कों को ग्रुपों से बाहर निकाले जो गलत रास्ते और दबंगई के रास्ते पर जाते हैं, ऐसे में वह बड़ी क्राइम में न फंसे।