Sonbhadra News: स्कूली छात्रों को एयर अटैक से बचने की दी गईं ट्रेनिंग, सायरन बजाकर अलर्ट किया गया, डीएम-एसपी ने लिया हिस्सा.

Story By: विकास हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
देर रात भारत ने अपनी क्षमता दिखाते हुए पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है। इस बीच पहले से तय सोनभद्र के कई जगहों और स्कूलों में मॉक ड्रिल की गईं। स्कूली बच्चों और आम लोगों को एयर अटैक से बचने की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के समय हमले के बाद सायरन बजाकर अलर्ट किया गया। आग लगने पर उसे कैसे बुझाया जाए, इसकी भी सिविलियंस और छात्रों को ट्रेनिंग दी गई।

मॉक ड्रिल के दौरान भगदड़ का सीन क्रिएट किया गया। अग्निश्मन और पुलिस की टीम ने लोगों को बचाने का मॉक ड्रिल किया। किसी भी आपात स्थिति में अगर व्यक्ति बेहोश हो जाता है तो उसका ब्लड सर्कुलेशन कैसे चेक किया जाए उसकी बारे में जानकारी सीआईएसएफ के जवानों ने दी और बताया कि जो पल्स होता है वह डायरेक्ट मस्तिक से जुड़ा होता है। उससे व्यक्ति की वास्तविक स्थित का पता चलता है।

डाला स्थित आदित्य बिरला स्कूल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। प्रिंसिपल आर सी पाण्डेय ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान लगभग 450 बच्चों ने एयर अटैक के दौरान दी जा रही ट्रेनिंग में सहभाग किया। आग लगने के दौरान आज से होने वाली घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है और आग को तत्काल कैसे बुझाई जाए और संबंधित घटना को किसको जानकारी दी जाए, इसकी ट्रेनिंग दी गई।

साथ ही छात्रों को इमरजेंसी में अपने आप को सुरक्षित कैसे करें सुरक्षित जगह कैसे जाएं इस चीज को बकायदा ब्रीफ कर बताया गया। स्कूल में मॉक ड्रिल के दौरान क्षेत्र अधिकारी चारु द्विवेदी चोपन थाना अध्यक्ष विजय चौरसिया और डाला चौकी इंचार्ज के साथ अग्निशमन एंबुलेंस और आदित्य बिरला ग्रुप के सिक्योरिटी इंचार्ज सहित अन्य लोग ट्रेनिंग के दौरान शामिल हुए।

प्रिंसिपल ने कहा बच्चों को सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से ही जानकारी दी गई है। भारत-पाकिस्तान में क्या चल रहा है कैसे भारत पाकिस्तान को घेरने की तैयारी कर रहा है। इस बारे में अभी बच्चों को नहीं बताया गया। क्योंकि बच्चे यूथ को लेकर ज्यादा पैनिक ना हो जाए और चिंतित ना हो जाए। इसलिए बच्चों को युद्ध के बारे में ना बात कर सिर्फ बचाव के बारे में बताया गया।

हालांकि बच्चों में युद्ध को लेकर जागरूकता है। लेकिन बच्चों को पैनिक होने के दर से फिलहाल इस बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है। ओबरा इंटर कॉलेज में हुए मॉक ड्रिल को लेकर प्रभारी हरिकेश यादव ने बताया ऑन द स्पॉट अगर कोई चीज हो जाती है तो उसे कैसे बचाना है कैसे अपने आप को बचाव करना है। अपने साथ आसपास के लोगों को भी एमरजेंसी में बचाना होगा।

लेकिन स्कूल में बच्चों की संख्या पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि जब ट्रेनिंग के दिन ही मात्र 20 बच्चे स्कूल आए तो अन्य दिनों में स्कूल में बच्चे की संख्या क्या होगी। वही राबर्ट्सगंज के हरसेवानंद पब्लिक स्कूल में डीएम-एसपी ने मॉक ड्रिल में हिस्सा लिया।

इस मौके पर जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह ने बताया कि सभी अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन के साथ और जनपद में स्थित सभी निजी उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक की गई थी मॉक ड्रिल के लिए। उसी क्रम में जनपद में सभी थाना क्षेत्र में एक स्थान पर जनपद मुख्यालय पर तीन स्थान पर मॉक ड्रिल कराई गई है।

इसमें कोई हवाई आक्रमण होता है उसके सुरक्षा के उपाय, साथ ही कोई बिल्डिंग के गिरने की स्थिति और आग लगने की स्थिति में साथ ही कोई व्यक्ति की एक्सीडेंट में हृदय की धड़कन रुक जाती है तो उन्हें कैसे सीपीआर देंगे कैसे स्वस्थ करने का प्रयास करेंगे। यह सभी चीज यहां पर एक सेशन के माध्यम से बताई भी गई है और करके भी दिखाई गई है।

सोनभद्र पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा द्वारा बताया गया कि सिविल डिफेंडिंग के मॉक ड्रिल कराया गया है। जिसमे स्कूल के बच्चे शामिल हुए, एयर अटेक होने की स्थित में सुरक्षित कैसे रहा जाये उनको बताया गया है और मॉक ड्रिल क्या होता है। उसके एजुकेट पार्ट के इस्तेमाल के बारे में बताया गया।

इसके अलावा ओबरा, रिंहद डैम और अन्य प्रतिष्ठानों में सीआईएसएफ के द्वारा मॉक ड्रिल किया गया है और जो कमियां रह गईं है उसको भी अच्छे तरीके से पूरी की जाएंगी। साथ ही एसपी ने बताया जिले के प्रमुख प्रतिष्ठानों में सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था कर दी गईं है और जिले में बाहर से आकर नौकरी करने वालों का भी वेरिफिकेशन कराया जा रहा है।