Sonbhadra News: आउटसोर्स कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय पर किया सांकेतिक प्रदर्शन, समायोजन करने की मांग.
Story By: कन्हैया लाल यादव, रॉबर्ट्सगंज।
सोनभद्र।
कोरोना काल में कोविड से ग्रसित मरीजों के पास जाने से खुद के परिवार वाले कोताही बरतते थे लेकिन उस दौरान कोविड-19 के कर्मचारी भगवान बनकर आये और मरीजों की सेवा किये उनको स्वस्थ करने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन उन्हीं कोविड कर्मचारियों का 1 अगस्त से सेवा समाप्त कर दी गई है। जिससे नाराज होकर कोविड कर्मियों ने सीएमओ कार्यालय पर सांकेतिक प्रदर्शन किया। कोविड कर्मचारियों ने बताया कि कई बार विज्ञप्ति देकर समायोजन की बात सीएमओ से की गई।
लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय से समायोजित करने का आदेश आया है और कहा गया है इनको वरीयता देकर रखा जाए फिर जगह बचती है तो अन्य को रखा जाए। डायरेक्ट मना कर दिया है कि कोविड कर्मचारियों से कोई कार्य न लिया जाए। नौकरी न होने की वजह से अब तो हमारे सामने रोजी रोटी की संकट आ गई है। कोविड कर्मचारी ने बताया आपलोगों का सेवा विस्तार जिले स्तर से होना है लेकिन सीएमओ और डीएम के स्तर से हमलोगों के विषय पर कुछ नहीं हुआ हैं। 3 दिन से कार्य पर नहीं जा रहे है हमलोगों को कार्य से मुक्त कर दिया गया है।
विधायक सांसद और अधिकारियों तक के यहां हमलोग जा रहे है। लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं। सीएमओ के यहां हमलोग आये है और धरना दिए है देखते हैं सीएमओ क्या कहते है। हमलोगों का समायोजन कहा किया जाएगा। इसके बाद जो भी बात होगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। शासन द्वारा आये समायोजित करने के लिए कहा गया था लेकिन इसमें ना जिलाअधिकारी और ना मुख्य चिकित्सा अधिकारी मानने को तैयार है। इस तरह से जिले के 52 कर्मचारी जो कोविद-19 में काम कर चुके हैं स्वास्थ्य अनुभव होने के बाद भी 31 जुलाई के बाद वह बेरोजगारी के कगार पर हैं।