Sonbhadra News: ग्राम प्रधान उपचुनाव में प्रत्याशी ने लगाया पर्चा बदलने का आरोप, चतरा ब्लाक पहुंच कर जताया विरोध.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
जनपद में आगामी 19 फरवरी को ग्राम पंचायत के उपचुनाव के लिए मतदान होना है। इसी को लेकर चतरा ब्लॉक के डोमरिया गांव के ग्राम प्रधान का चुनाव भी होना है। जिसको लेकर एक प्रत्याशी ने उपचुनाव में पर्चा बदलने का आरोप लगाया है, प्रत्याशी अजय कुमार ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने ग्राम प्रधान अनुसूचित जाति के लिए पर्चा भरा था।

लेकिन गलत तरीके से उसका पर्चा बदल दिया गया और खारिज कर दिया गया। बता दें कि डोमरिया गांव में प्रधान की मृत्यु के बाद उपचुनाव हो रहा है , इसके बाद दर्जनों ग्रामीण चतरा ब्लॉक कार्यालय पहुंच गए और उन्होंने विरोध दर्ज कराया। ग्रामीणों ने डायल 112 को पुलिस भी बुलाई और अपनी शिकायत दर्ज कराई। डायल 112 पुलिस ने उन्हें पन्नूगंज थाने भेज दिया। इसके बावजूद भी प्रत्याशी अजय कुमार का पर्चा खारिज हो गया।

जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम बद्रीनाथ सिंह ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत रिक्त पदों पर हो रहे उपचुनाव में शनिवार को कुल 22 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। इसमें ग्राम प्रधान पद के लिए नौ, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए चार तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए नौ नामांकन पत्र दाखिल किए गए। इसी प्रकार से पंचायत उपचुनाव के तहत शनिवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। जिस हेतु ग्राम प्रधान पद के लिए चतरा ब्लाक के डोमरिया में अनुसूचित जाति के लिए एक, म्योरपुर ब्लाक के जामपानी में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए पांच तथा राबर्ट्सगंज ब्लाक के भभाइच में अनुसूचित जाति महिला के लिए तीन लोगों ने नामांकन दाखिल किया।

डीएम ने बताया की नाम निर्देशन पत्रों की जॉच की तिथि 10 फरवरी को सुबह 10 बजे से कार्य की समाप्ति तक तथा उम्मीदवारी वापस लेने की तिथि 11 फरवरी को सुबह 10:00 बजे से अपरान्ह तीन बजे तक रहेगी। प्रतीक चिह्न का आवंटन 11 फरवरी को दोपहर तीन बजे से किया जाएगा। वहीं मतदान 19 फरवरी को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक तथा मतगणना 21 फरवरी को सुबह आठ बजे से शुरु होगी। एक तरफ जहां जिला प्रशासन ग्राम पंचायत में उपचुनाव के शांतिपूर्ण प्रक्रिया होने के बात कहता है लेकिन दूसरी तरफ चतरा ब्लाक के डोमारिया गांव के प्रत्याशी अजय कुमार द्वारा निष्पक्ष प्रक्रिया नहीं अपनाने का आरोप लगाया जा रहा है कि उसका पर्चा खारिज करके उसे चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने नहीं दिया गया।