Sonbhadra News: अज्ञात कारणों से डंप हुए कूड़े में लगी भयंकर आग, धू धू कर जलता दिखा कूड़े का अंबार.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
ओबरा थाना क्षेत्र के परियोजना कॉलोनी के सेक्टर-09 खैरटिया रोड स्थित नगर पंचायत की तरफ से डंप किये जा रहे कूड़े की ढेर में संदिग्ध परिस्थिति में अचानक लग लग गई। आग लगने की घटना से आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गईं और गुज़र रहे लोग आग देखकर सहम गए। वही घटना की सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

आग की घटना के बाद स्थानीय लोगों में ओबरा नगर पंचायत के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। आरोप हैं कि कई बार रहवासी इलाके से कूड़े की डंप एरिया को दूर स्थानांतरित करने की शिकायत की जा चुकी हैं। लेकिन ओबरा नगर पंचायत को लोगों की स्वास्थ्य और सुरक्षा की कोई चिंता नहीं। जबकि आग की घटना से जहरीले धुवे की गुब्बार से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ना तय हैं।

स्थानीय कृष्ण कुमार ने आग लगने की घटना के बाद बताया कि बहुत सालों से रहवासी इलाके में ओबरा नगर पंचायत की तरफ से प्लास्टिक सहित कचरा फेंका जा रहा है। ओबरा नगर पंचायत के लोगों के द्वारा ही कचरा जलाने का काम किया जाता है। जो बहुत ज्यादा हम लोग के लिए हानिकारक है बगल में हम लोग का रूम है जब पंखा चलता है तो धुंआ के रूप मे पॉल्युशन आ जाता है। प्लास्टिक जलने की वजह से रात भर खासी आने लगती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

सामाजिक कार्यकर्त्ता में शिवदत्त दुबे ने बताया कि रिहायशी इलाके में पूरे नगर पंचायत का प्लास्टिक नुमा कचरा डंप किया जा रहा है। आग लगने से जहरीली गैस निकल रही है। इसके लिए कई बार आवाज उठाई गई यहां तक की संपूर्ण समाधान दिवस पर एप्लीकेशन दिया गया की रिहाई से इलाके से दूर कहीं और कूड़े को डंप किया जाए। अधिशासी अधिकारी ने आश्वासन दिया था कि यहां पर कूड़ा डंप नहीं किया जाएगा।

उसके बावजूद भी कूड़ा लगातार रिहायशी इलाकों में डाला जा रहा है। जहरीले गैसे निकल रही है लोगों का रहना दूभर हो गया है। धुंआ का गुबार स्वीट प्वाइजन की तरह काम करता है। जिससे दमा और कैंसर के साथ कई तरह की बीमारियों से लोग ग्रसित हो गए हैं। नगर पंचायत कूड़ा गिराने से बाज नहीं आ रहा है। परियोजना के अधिकारी भी मुख्य दर्शन भी बने हुए हैं।

उनको देखना चाहिए उनके इलाके में नगर पंचायत कूड़ा गिर रहा है। जबकि नगर पंचायत को कूड़ा डंप करने के लिए खुद की जमीन होती है। उसको नगर से बाहर कहीं डंप करके डाला जाता है। लेकिन ओबरा नगर पंचायत ऐसा ना करके जहरीली गैसे देने को मजबूर कर रहा है। कई बार आवाज उठाई गई है लेकिन नगर पंचायत नहीं सुन रहा है ना ही परियोजना के अधिकारी को दिखाई दे रहा।

इस समय यहां पर चलना दुर्भर है लोग नाक दबा के चलने पर मजबूर है। पीड़ित की कोई सुनने को तैयार नहीं है। कई बार आग लग चुकी है गर्मियों में हवा चलने के कारण प्लास्टिक रहवासियों तक पहुंच जाता है। यहां तक की कूड़े की प्लास्टिक खाकर के जानवर काल के गाल में समा जा रहा है।