Sonbhadra News: परियोजना से निकलने वाली राख बनी ग्रामीणों के गले की हड्डी, दूषित वातावरण से परेशान ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
ओबरा परियोजना से निकलने वाली राख को घोल बनाकर पाइप से एस डेम में डालने की प्रक्रिया से वर्तमान में लोग परेशान दिख रहे है। दरअसल परियोजना कर्मियों द्वारा पाइप के रखरखाव का ध्यान न देने की वजह से राख़ सप्लाई वाली पाइप फट गईं है। पाइप फटने की वजह से स्थानीय घरों में दूषित पानी घुस जा रहा है। दूषित पानी की वजह से फसल नष्ट हो जा रही है। जिसको लेकर रहवासियों में गुस्सा देखने को मिला। प्रदुषण भरा वातावरण देने के बाद भी परियोजना कि तरफ से ग्रामीणों को सड़क, अस्पताल और शुद्ध पेयजल तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान शिवदत्त दुबे ने कहा कि ओबरा तापी परियोजना की राखवाली पाइप फटने से यहां के स्थानीय जनता और रहवासियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन पाइप फटती है जिसकी वजह से यहां के रहवासियों के घर तक में दूषित पानी घुस जाता है। यहां तक की दूषित पानी की वजह से उनकी फसल नष्ट हो जाती है। पूरा इलाका राख़ राख होने की वजह से पीने के लिए शुद्ध पानी तक मुहैया नहीं हो पता है। जब हवा चलता है तो राख इतनी तेज से उनके घर में घुसती है।

जिसकी वजह से सांस वाली बीमारी का खतरा मंडरा रहा है। परियोजना के अधिकारियों कि मिलीभगत से सीएसाआर फण्ड का पैसा दूसरे कार्यों में ख़र्च किया जा रहा है। दूषित वातावरण स्थानीय लोगों को देने के बाद भी परियोजना की तरफ से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। ओबरा परियोजना के तरफ से ना तो यहां कोई हॉस्पिटल मुहैया कराया गया ना तो स्वच्छ पानी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ही लगाया गया है और न ही यहां तक की विकास का खाखा कहे जाने वाली सड़क का निर्माण कराया गया है।

राजकुमार यादव ने कहा कि हम सभी स्थानीय जनता के साथ है जब तक इनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक हम लड़ाई लड़ेंगे। यदि 10 दिन के अंदर परियोजना के अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं करेंगे तो हम लोग डीएम कार्यालय का घेराव करेंगे। अगर वहां से भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम लखनऊ से लेकर दिल्ली तक जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी परियोजना के जिम्मेदार अधिकारियों की होगी क्योंकि इस मामले की जानकारी उप जिलाधिकारी ओबरा को भी है। जनता अपनी चहेती योगी सरकार से भी नाराज है। उनका कहना है कि सरकार के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं, खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

कई बार समस्याओं से अवगत कराने के बाद भी हम लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से जलालुद्दीन, गुलाबचंद यादव, मोहम्मद हनीफ, राम सुबह, रफीक अहमद, देवजीत यादव, पवन प्रजापति, अली हुसैन, सोमारी देवी, देवेंद्र पाण्डेय, वकील मोहम्मद, धर्मेंद्र यादव, जमीर अहमद, इकबाल मोहम्मद, विनेश कुमार यादव, सर्वेश यादव, सुनील यादव व अन्य लोग शामिल रहे रहे।