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Chandauli News: निर्दल प्रत्याशी को सपा के समर्थन से ईडी गठबंधन का कलह आई सामने, कांग्रेस पहले ही उतार चुकी है प्रत्याशी, लड़ाई हुई दिलचस्प.

Story By: अरविंद कुमार, सैयदराजा।

चंदौली। सैयदराजा नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। सपा ने निर्दल प्रत्याशी इशररत खातून को समर्थन देने का ऐलान कर उपचुनाव को जहां रोचक बना दिया है। वहीं अब ये उजागर हो गया की इंडि गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। क्योकि कांग्रेस ने सबसे पहले अपना प्रत्याशी शहनाज जहांगीर हुसैन को मैदान में उतार दिया था।

जबकी 2022 में हुए निकाय चुनाव के दौरान तीसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी वैभव गुप्ता एक बार फिर निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे है। वहीं भाजपा प्रत्याशी आभा जायसवाल की ओर से चुनावी समर में सैयदराजा विधायक सुशील सिंह अब उनके लिए खुलकर मैदान में आ गए है। जिससे ये उपचुनाव काफी दिलचस्प बन गया है।

नगर पंचायत सैयदराजा कार्यालय
नगर पंचायत सैयदराजा कार्यालय

परिणाम स्वरूप सपा-कांग्रेस के मध्य तलवार खींच गई है। जिससे ईडी गठबंधन इस उपचुनाव में अलग-थलग दिखाई दिया। जिससे गठबंधन पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। जबकि आगामी 17 दिसंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 19 दिसंबर को मतगणना होगी।

उपचुनाव में मतदान के लिए कुल 16068 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिसमें 8324 पुरुष मतदाता और 7744 महिला मतदाता शामिल हैं। वहीं उपचुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए 18 बूथ और पांच मतदान केंद्र बनाए गए हैं। आयोग द्वारा नगर पंचायत सैयदराजा के अध्यक्ष पद के उपचुनाव को लेकर तिथियों की घोषणा के बाद लोगों के बीच राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं।

सैयदराजा नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी प्रत्याशी आभा जायसवाल
सैयदराजा नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी प्रत्याशी आभा जायसवाल

इस उपचुनाव में अब सपा के समर्थन के बाद निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या पांच हो गयी है। जिससे उपचुनाव चुनाव दिलचस्प बन गया है। सैयदराजा नगर पंचायत अध्यक्ष पद के उपचुनाव के लिए 18 बूथ और पांच मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें दो बूथ अति संवेदनशील तथा एक बूथ संवेदनशील चिन्हित किया गया है।

इन केंद्रों पर सकुशल चुनाव सम्पन्न कराने के लिए एक जोनल और 2 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। जो मतदान को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए लगातार सक्रिय रहेंगे। निर्वाचन आयोग की जारी अधिसूचना के मुताबिक 17 दिसंबर को मतदान तथा 19 दिसंबर को मतगणना के बाद ही स्थिति साफ होगी कि सैयदराजा का ताज किसके सिर बंधेगा।

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