Chandauli News: दरवाजा बंद रहने पर महाकुंभ में जाने वाले यात्रियों ने दो ट्रेनों के एसी कोच के शीशे तोड़े.

Story By: संदीप कुमार, बड़ा बाबू, डीडीयू नगर।
चंदौली। प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। सोमवार को भी यात्रियों की भीड़ कम नहीं हुई। भीड़ की स्थिति यह रही कि रविवार की रात मगध एक्सप्रेस और झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के एसी कोच का दरवाजा बंद रहने पर यात्रियों ने दो ट्रेनों के एसी कोच के शीशे तोड़ दिए। इसके बाद वे कोच के अंदर घुसे। इसमें कुछ यात्रियों को हल्की चोटें भी आईं। आरपीएफ और जीआरपी ने स्थिति को संभाला। ट्रेन के डीडीयू स्टेशन पर पहुंचने पर टूटे कांच की मरम्मत की गई। यहां भी यात्रियों की भीड़ को संभालने में आरपीएफ, जीआरपी, लोकल प्रशासन को पसीने बहाने पड़ रहे हैं। मौनी अमावस्या पर प्रयागराज संगम में हुए हादसे के बाद भी लोगों की आस्था कम नहीं हुई। माघ पूर्णिमा का अमृत स्नान 12 फरवरी को है लेकिन उसके पहले ही प्रयागराज जाने और स्नान के बाद वापस लौटने वालों का रेला लगा हुआ है। स्थिति यह है कि डीडीयू स्टेशन पर भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। सिर्फ प्रयागराज जाने वाले ही नहीं बल्कि वापसी लौटने वालों का दबाव स्टेशन पर बना हुआ है।

रविवार की रात पटना से नई दिल्ली के लिए खुली अप 20801 मगध एक्सप्रेस रात 8:30 बजे बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यहां एसी कोच में सवार होने वाले पहुंचे तो कोच का दरवाजा बंद मिला। ऐसे में यात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर रखे डस्टबिन से एसी कोच बी-4 के शीशे तोड़ डाले और कोच में अंदर घुस गए। सूत्रों के अनुसार इस घटना में कुछ यात्रियों को हल्की चोट भी लगी है। इसी तरह झारखंड स्वर्ण जयंति 12817 रांची-नई दिल्ली एक्सप्रेस रात 00:04 बजे डीडीयू मंडल के सासाराम रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यहां भी यात्रियों ने एसी कोच A-2 के शीशे तोड़ दिए। इसके बाद कोच में प्रवेश किया। दोनों ट्रेनों के डीडीयू स्टेशन पर पहुंचने पर कैरेज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों ने कांच की मरम्मत की। इसके बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हो सकी। वहीं डीडीयू स्टेशन पर रात में और सोमवार को एक लाख से अधिक यात्री पहुंचे। यात्रियों को सुरक्षित ढंग से ट्रेन में सवार कराने में सुरक्षा बलों को पसीने बहाने पड़े। भीड़ को संभालने के लिए वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त जेतिन बी राज, स्टेशन अधीक्षक एसके सिंह, डीडीयू आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत, जीआरपी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह, सीएसजी एनके मिश्र, एचआई अभिषेक यादव और स्काउट गाइड की टीम लगी रही।