Sonbhadra News: ऑपरेशन के बाद प्रसूता की मौत पर परिजनों ने काटा हंगामा, रामा हॉस्पिटल फ्रेक्चर एंड सर्जिकल सेंटर का मामला.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
राबर्ट्सगंज कोतवाली स्थित एक अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत से परिजनों में हड़कंप मच गया। गुस्साए परिजनों ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा काटा। मसले को लेकर पुलिस से हल्की नोंक-झोंक की भी स्थिति भी बनी। मामला छपका मोड़ के पास हाईवे किनारे स्थित रामा हॉस्पिटल फ्रेक्चर एंड सर्जिकल सेंटर से जुड़ा है। मामला तब और बिगड़ गया जब परिजन वापस प्रसूता की बॉडी लेकर जब वापस अस्पताल की तरफ जा रहे थे तो राबर्ट्सगंज पुलिस की टीम उन्हें बीच रास्ते में रोक कर समझा-बुझा कर शव को मोर्चरी में रखने और मामले की तहरीर देने की बात कहते हुए शांत कराने की कोशिश कर रहे थे।

मिली जानकारी के अनुसार चोपन थाना क्षेत्र के कोटा गांव निवासी 20 वर्षीय अंजू पत्नी अजय को प्रसव के लिए हाईवे किनारे स्थित रामा हॉस्पिटल भर्ती कराया गया। जहां सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए बच्चा पैदा हुआ। इसके बाद अचानक प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी और मौत हो गईं। पति का आरोप है कि मौत हो जाने के बाद भी बेहोश होने की बात करते हुए निजी एंबुलेंस की व्यवस्था कर वाराणसी भेजा जाने लगा। जब उसने देखा की पत्नी की नब्ज चल ही नहीं रही है तो वह एंबुलेंस को अपने घर की तरफ ले गया।

आरोप है कि रास्ते में रोक कर उसे लाखों रुपये रकम मामले को रफा दफा देने की पेशकश की गई। पति का आरोप है कि वह वापस एंबुलेंस से अपने परिवार के लोगों के साथ राम हॉस्पिटल के लिए लौट रहा था कि जिला अस्पताल के पास सड़क पर मौजूद पुलिस की तरफ से उन्हें रोक लिया गया और जबरिया एंबुलेंस को पोस्टमार्टम हाउस के लिए मोड़ दिया गया। जैसे ही पोस्टमार्टम हाउस में शव उतारने के लिए कहा गया तब तक परिवार के दूसरे लोग भी पहुंच गए और उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर काफी देर तक पुलिस के साथ पीड़ित परिजनों की नोक झोक होती रही।

परिवार के लोग संबंधित अस्पताल पर पहुंचने और मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पुलिस का कहना था कि परिजन प्रकरण को लेकर तहरीर दे तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी। वही मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अनिल कुमार ने बताया कि सूचना प्राप्त हुई थी की कुछ लोग राम हॉस्पिटल के पास हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास कर रहे हैं। इस सूचना पर वहां पहुंचा और लोगों को समझ कर वहां से हटा दिया। जब लोगों से बात कर पूरा प्रकरण समझने की कोशिश की गईं।

तब लोगों के द्वारा बताया गया कि एक प्रसूता राम हॉस्पिटल में भर्ती थी। ऑपरेशन से बच्चा हुआ था, बाद में उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल के द्वारा बिना पर्ची के, बिना रेफरल कोई कागज दिए उसे दूसरी जगह के लिए रवाना कर दिया गया, रास्ते में प्रसूता की मौत हो गई। जिसके बाद शव को मोर्चरी पर ले आया गया है। परिजनों से कहा गया है कि जो भी आपकी शिकायत है शिकायत पर प्रार्थना पत्र लिखकर दे दीजिए। जिसकी जांच कर ली जाएगी, जांच के बाद जो भी आवश्यक कार्रवाई होनी निश्चित रूप से की जाएगी।