उत्तर प्रदेशक्राइमजिलेपूर्वांचल न्यूज़राज्यसोनभद्र

Sonbhadra News: बैडमिंटन इंडोर स्टेडियम कार्य के निर्माण में धांधली, रेलवे बोर्ड सदस्य ने किया निरिक्षण, जताई नाराज़गी.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।

सोनभद्र।

धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत सोनभद्र स्थित चोपन रेलवे कॉलोनी में हो रहे कार्य में अनियमितता देखने को मिली। बैडमिंटन इंडोर स्टेडियम कार्य के निर्माण के मिले ठेके को ठेकेदार अपनी मनमानी से नियम के विरुद्ध करा रहे हैं। यह स्टेडियम रेलवे मंडल यातायात प्रबंधक डीटीएम के सरकारी आवास के ठीक बगल में बन रहा है। ताजुब की बात है उनको भी घटियां निर्माण नहीं दिखा। बता दे यह कार्य रेलवे उच्च अधिकारियों की सहमति और निर्धारित टेंडर प्रक्रिया के तहत स्वीकृत हुआ है, इसके बावजूद निर्माण सामग्री की गुणवत्ता को लेकर भारी लापरवाही बढ़ती जा रही है।

घटिया सामग्री का उपयोग करके बनाई जा रही इंडोर स्टेडियम के पिलर की ख़राब निर्माण की शिकायत पर पहुंचे रेलवे बोर्ड के सदस्य विकास चौबे ने घटिया कार्यों को लेकर आपत्ति जताई और तत्काल आइओडब्लू चोपन से वार्ता कर घटिया सामग्री के उपयोग की जगह पर अच्छी क्वालिटी की टिकाऊ सामग्री लगाने की बात कही है। रेलवे बोर्ड के सदस्य विकास चौबे ने कहा केंद्र की मोदी सरकार रेलवे विभाग को करोड़ो रुपए का बजट देकर विकास करा रही है।

लेकिन ठेकेदार और अधिकारी चंद रुपयों के खातिर रेलवे विभाग को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। क्षेत्र में स्थित तमाम क्रेशर पर जो गिट्टी वेस्ट कह कर फेंक दी जाती है इस गिट्टी से पिलर का निर्माण कराया जा रहा है और निर्धारित साइज आकर से इतर फ्लेनकी गिट्टी का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। आइओडब्लू ने आश्वासन दिया है कि तत्काल घटिया सामग्री की जगह अच्छी क्वालिटी का सामग्री उपयोग किया जाएगा। कार्य कर रहे मजदूर ने भी माना की निर्माण में घटिया बालू-गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है।

दबी जुबान रेलवे अधिकारी ने भी माना कि जब से रेलवे विभाग में ठेकेदारी प्रथा का चलन बढ़ा है, तब से रेलवे के अधिकांश कार्यों में 40 परसेंट अनियमितता देखी गईं है। कई बार रेलवे के उच्च अधिकारियों के सामने मुद्दा उठाया गया लेकिन रेलवे विभाग ज्यादा काम और कम समय में विकास की बात कह कर ठेकेदारी प्रथा को जायज बताने का भरसक प्रयास किया है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो देश में बढ़ते बेरोजगारी को देखते हुए मोदी सरकार ने हर विभाग में ठेकेदारी प्रथा को लाकर रोजगार देने का कार्य किया है।

लेकिन इससे अच्छी निर्माण से समझौता करने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। रेलवे बोर्ड के सदस्य विकास चौबे ने कहा अगर दोबारा कार्य घटिया पाया गया तो निश्चित रूप से रेलवे विभाग को लेटर जारी कर अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करेंगे और ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कराने की भी कोशिश की जाएगी। लोगों ने मांग की है कि रेलवे स्टेशन परिसर में इसी फर्म द्वारा पूर्व में कराए गए सभी निर्माण कार्यों की भी गहन जांच कराई जाए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!