Chandauli News: रामगढ़ सर्किल के कानूनगों को डीएम ने किया निलंबित, सम्पूर्ण समाधान दिवस पर पीड़ित ने डीएम से किया था शिकायत.
Story By: पुनवासी यादव, सकलडीहा।
चंदौली। सकलडीहा तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार और लेखपाल और कानूनगों की मनमानी के खिलाफ अधिकारियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बीते दिनो सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे से मिलकर रामगढ कानूनगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया था। जिसकी जांच डीएम ने तहसीलदार के माध्यम से कराया था। जांच रिपोर्ट में कानूनगो जितेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा गलत रिपोर्ट देने व अधिकारियों को गुमराह करने पर निलंबित कर दिया। डीएम के इस कार्रवाई से तहसील के राजस्व निरीक्षक और लेखपाल सहित अन्य कर्मियों में खलबली मची है।
सकलडीहा तहसील में आये दिनों राजस्व कर्मियों की मनमानी के कारण फरियादियों को वरासत, नामांतरण, पैमाईस सहित अन्य मामलों में सुबह शाम तहसील का चक्कर काटना पड़ता है। यही नही ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी पोर्टल पर गलत रिपोर्ट देकर निरस्त कर दिया जाता है। बीते दिनों शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस पर नौदर गांव के एक फरियादी ने वरासत हेतु ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर किया था। जिसपर लेखपाल द्वारा अविवादित करते हुए आख्या राजस्व निरीक्षक कानूनगों के पोर्टल पर प्रेषित कर दिया था। उक्त आवेदन को विवादित कर तहसीलदार के न्यायालय में प्रेषित कर दिया गया। इसके साथ ही जांच आंख्या में गाटा शून्य होने के कारण आवेदन को निरस्त कर दिया गया। जबकि नौदर की खौतनी में गाटा संख्या विभिन्न आराजी में हिस्सा शून्य अंकित नही था।
तहसीलदार की जांच में पदीय दायित्वों व कर्तव्यों के विपरीत बरासत में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने व अधिकारियों को गुमराह करने पर डीएम ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके पूर्व में एसडीएम ने दो लेखपालों को सरकारी भूमि पर कब्जा दिलाने के मामले में निलंबित किया था। अधिकारियों की लगातार सख्ती से राजस्व कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस बाबत एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा कानूनगों को निलंबित कर दिया गया है। अब राजस्व कर्मियों की लापरवाही क्षम्य नहीं होगा जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।