Sonbhadra News: जंगल में ले जाकर प्रेमिका की हत्या के मामले में जेल में बंद अभियुक्त को लगा झटका, जमानत याचिका खारिज.

Story By: उमेश कुमार सिंह, अनपरा।
सोनभद्र।
अनपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते वर्ष 2023 के अगस्त माह में कथित प्रेमी द्वारा अपनी प्रेमिका को जंगल में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाया मन न भरने पर युवती के सर पर पत्थर से वारकर मौत के घाट उतार कर फरार हो गया था। जिसके बाद पुलिस की सक्रियता से अभियुक्त को जेल भेजा गया था। लगातार जमानत के लिए लगे अभियुक्त को मामले में प्रयागराज हाईकोर्ट से जमानत याचिका को लेकर झटका लगा कोर्ट ने ज़मानत खारिज कर दिया। पीपरी गांव निवासी उमेश जायसवाल ने पड़ोस की रहने वाली युवती को प्रेम जाल में फंसाकर शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करता रहा जबकि सूत्रों का कहना है कि युवती द्वारा युवक पर शादी के लिए दबाव बनाने पर टाल-मटोल करने पर युवक द्वारा बीते वर्ष अगस्त माह के 14 तारीख को उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए युवती को बहला -फुसलाकर पास के ही जंगल में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाया मन न भरने पर युवती के सर पर पत्थर से वारकर मौत के घाट उतार फरार हो गया।

जब सुबह चरवाहों ने युवती का शव जंगल में देखा तो पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पहुंचे पूर्व पिपरी क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल, तत्कालीन एसपी डॉ यशवीर सिंह ने भी घटनास्थल का मुआयना किया था। पुलिस शव कब्जे में लेकर घटनास्थल का निरिक्षण कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई थी। मामले में पुलिस ने मृतक के परिजनों के तहरीर के आधार पर युवक की तलाश में जुट गई थी। अभियुक्त उमेश जायसवाल को मध्यप्रदेश के विन्धयनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर विभिन्न धाराओं सहित एससी एसटी एक्ट मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा। हालाकिं अभियुक्त लगातार जमानत के लिए प्रयास करता रहा। लेकिन सोनभद्र न्यायालय ने जमानत याचिका खारिज कर दिया था, इसके बाद प्रयागराज हाईकोर्ट से भी अभियुक्त की जमानत याचिका जज ने खारिज कर दिया।

आपको बता दें की पीड़ित पक्ष की ओर से मूल रूप से अनपरा नगर पंचायत निवासी अधिवक्ता अनिल कुमार के दलीलो से अभियुक्त की जमानत याचिका खारिज हो गई। वहीं अभियुक्त अभियोजन पक्ष की ओर से अधिवक्ता अभिषेक चौबे ने दलीले रखी थी। अनिल कुमार इसके पूर्व भी सोनभद्र से प्रयागराज हाईकोर्ट पहुंचने वाले मामलों में क्षेत्रीय लोगों की पैरवी कर उन्हें न्याय दिलाते आ रहे हैं। जिससे क्षेत्रीय लोगों को उनपर यह भरोसा कायम रहता है की सोनभद्र से अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो हाईकोर्ट में उनके लिए हमदर्द के रुप में अधिवक्ता अनिल कुमार उन्हें न्याय जरुर दिलायेंगे। अधिवक्ता अनिल कुमार करीब पांच छह वर्षों से प्रयागराज हाईकोर्ट में अपनी सेवा दे रहे हैं। अधिवक्ता अनिल कुमार का कहना है की मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाकर अपराध करने वाले को सजा दिलाना उनकी प्राथमिकता है। अनिल कुमार अधिवक्ता के रुप में सोनभद्र जनपद की मान संगम नगरी से बढ़ा रहे हैं।