Sonbhadra News: जिला खाद्य पूर्ति विभाग के खिलाफ लाभार्थियों ने खोला मौर्चा, नए कोटे की दूकान की दुरी की वजह से नाराज़ है लाभार्थी.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
जिला खाद्य पूर्ति विभाग के एक फैसले ने सेकड़ो महिलाओ को रोड पर आकर प्रदर्शन करने के लिए मज़बूर कर दिया। दरसल कोटेदार बदलने से राशन लाभार्थियों को हो रही दिक्क़त की वजह से क्षुब्ध महिलाओ ने मौर्चा खोल दिया। एकजुट होकर महिलाओं ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। लाभार्थियों की मांग है की पूर्व की तरह ही नगर में ही हो कोटे की दूकान हो। 3-4 किलोमीटर की दुरी तय कर राशन की बोरी पैदल लाना उनकी बस की बात नहीं। इस मुद्दे पर क्षेत्र के वार्ड सभासद ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर डीएसओ को ज्ञापन देकर लाभार्थियों की परेशानियों से अवगत कराया।

जिसके बाद डीएसओ ने एक दो महीने में समस्या दूर करने की बात कही। राशन कोटे की दूकान को लेकर प्रदर्शन करने वाली महिलाओ में से एक लाभार्थी गीता देवी ने कहा राशन को लेकर सभी महिलाये एक जुट होकर प्रदर्शन कर रही है। गीता देवी का कहना कि कोटे की दुकान काफी दूर हो गया है। हम लोगों की मांग है कि वार्ड के आसपास ही राशन का वितरण हो। क्योकि पैदल ही हम सभी को राशन लाना पड़ता है। राशन का वजन ज्यादा होने की वजह से पैदल राशन लाना उतनी दूरी से संभव नहीं है।

पहले वार्ड में ही गल्ला बाता जाता था। इस बार से गला का वितरण 4 किलोमीटर लगभग दूरी पर हो रहा है। जिस वजह से हम लोग राशन लेने नहीं जा पा रहे हैं। एक अन्य राशन लाभार्थी ने कहां नए कोटेदार यहां गल्ला बांटने को तैयार नहीं है। हम लोग चाहते हैं कि हम लोगों को शुरू से यहां से राशन मिल रहा है तो इसी जगह पर ही राशन मिले। हम दूसरे गांव में राशन लेने नहीं जाएंगे। जैसे हमारे वार्ड में तीन वार्ड का राशन बटता था वैसे ही यही पर राशन बटे। तीन वार्डों के सेकड़ों लाभार्थी 3 से 4 किलोमीटर दूरी तय कर राशन की बोरी पैदल लाना बहुत ही कठिनाई का काम है।

सुभाष साहनी ने कहा कई सालों से वार्ड 10 में ही राशन मिल रहा था लेकिन पिछले महीने निकले लॉटरी सिस्टम से कोटे की दूकान चोपन गांव में हो गईं। जिस वजह से काफी दुरी होने की वजह से महिलाओं को को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। छोटे-छोटे बच्चे हैं महिलाएं घर का और अन्य कार्य करती है। लाइन में दिनभर वहां जाकर रहना और फिर लम्बी दुरी तय करके पैदल वापस आना बड़ा मुश्किल काम है। इसलिए वार्ड 10 की और दो वार्ड की जनता कोटेदार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। कलेक्ट्रेट में इसकी लिखित शिकायत दी जा चुकी है। अब देखना होगा की आगे जिला प्रशासन इस मामले में क्या सहूलियत लाभार्थियों को देता है।