Sonbhadra News: स्वागत ना करने पर सीएमएस पर भड़के राज्यमंत्री, सीएमएस डॉक्टर को हटाने का दिया निर्देश.

Story By: उमेश कुमार सिंह, अनपरा।
सोनभद्र। अनपरा नगर पंचायत वार्ड नंबर 2 भगतसिंह नगर में स्थित संयुक्त अस्पताल में मंगलवार को समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव सिंह गोड ने पहुंचकर एक्सरे मशीन व हिट वेब रूम का फीता काटकर शुभारंभ किया।अस्पताल में करीब 22 लाख रुपये की लागत से सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया था। उसका वायर चोरी हो जाने व बैटरी में तकनीकी खराबी आने से लंबे समय से बंद था। बिजली कट जाने के बाद मरीजो को काफी परेशानी होती थी। प्रभारी चिकित्सक के अनुरोध पर उर्जान्चल प्रेस क्लब ने एसएसपीएस कार्यदायी संस्था के सहयोग से बंद पड़े 20 किलोवाट के सौर ऊर्जा को मरम्मत कराकर दोबारा चालू करवाया गया।

अस्पताल में डिजिटल एक्सरे मशीन व खून जांच के लिए नई मशीने आ गई हैं, अब मरीजों को खून की जांच एवं अल्ट्रासाउंड के कराने लिए बाहर निजी केंद्रों पर भटकना नहीं पड़ेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को खून की जांच व प्रसव महिला को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बाहर अधिक पैसे खर्च करने पड़ते थे। नगरवासीयो द्वारा लगातार सरकार से सुविधाओं के लिए मांग किया जा रहा था। इस अवसर पर सौर ऊर्जा संयंत्र का शुभारंभ और हिट वेब वार्ड में कूलर भेंट करने पहुचे समाज कल्याण राज्यमंत्री व ओबरा विधानसभा के विधायक संजीव गोड ने संयुक्त अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी के दुर्व्यवहार पर भड़क गए।

प्रोटोकॉल के अनुसार न मिलने और देरी से पहुंचने पर जमकर फटकार लगाई और तत्काल सीएमओ से उन्होंने सेलफोन जरिये वार्तालाप कर कहा जब हमारे साथ ऐसा व्यवहार तो मरीजों के साथ कैसा व्यवहार रहता होगा।साथ ही चिकित्सा प्रभारी को दुरुह क्षेत्र में स्थानान्तरण करने का निर्देश दिया। मंत्री ने अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने व अन्य सुविधाए बढ़ाने के लिए निर्देशित किया मंत्री ने कहा अस्पताल में सुविधा बढ़ाई जा रही हैं और अब एक्सरे मशीन, डिजिटल अल्ट्रासाउंड नई मशीनों के साथ दवा रखने के लिए अस्पताल में फ्रिज भी दिया गया हैं।

वही मामले पर मुख्य चिकित्साधिकारी अश्वनी सिंह ने कहा राज्य मंत्री से हमारी वार्ता हुई है उन्होने अस्पताल अधीक्षक के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। अश्वनी सिंह ने कहा कि इंचार्ज की ड्यूटी बनती थी कि मंत्री जी को पहले रिसीव करे और उनके साथ-साथ रहे। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए जांच कि जा रही है। रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के इंचार्ज द्वारा बताया गया था की वो मेडिकली कर रहा था लेकिन मंत्री का प्रोटोकाल था तो रुक सकते थे और मंत्री को रिसीव कर सकते थे। रही बात मेडिकली की तो अन्य डॉक्टर थे वो कार्य किसी अन्य डॉक्टर से करा सकते थे। पहले से प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए था अस्पताल इंचार्ज को।

आपको बता दें बीते वर्ष नवनिर्मित अनपरा नगर पंचायत के कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे मंत्री संजीव गोड का स्वागत नहीं किए जाने से नाराज राज्य मंत्री ने ईओ को जमकर खरी खोटी सुनाई थी। ईओ के द्वारा मान मनौव्वल कर राज्य मंत्री को बुलाकर वापस पूजा में शामिल कराया गया था। इसके बाद जिलाधिकारी से फोन के जरिये कार्यवाई करने को निर्देश दिया गया। लेकिन किन कारणों से कार्रवाई नहीं हुई या निर्देश वापस ले लिया गया इसकी जानकारी नहीं मिल सकी। नाराज़गी का यह पहला मामला नहीं यह दूसरी बार है जब राज्य मंत्री के प्रोटोकॉल को सही से अनुपालन संबंधित अधिकारियों द्वारा नहीं कराया गया। दो बार राज्य मंत्री के साथ मामला होने पर समर्थकों में व्यापक पैमाने पर नाराजगी देखी जा रही है।