UPNews: एसपी संभल के भतीजे का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कराया अन्नप्राशन, बच्चे को दिया आशीर्वाद.
Story By: पूर्वांचल भास्कर डेस्क।
गोरखपुर। मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में एक अनोखा और यादगार पल देखने को मिला। राजस्थान से गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आए संभल जिले के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई के परिवार के लिए यह दिन और भी खास बन गया। उनके छोटे भाई भजन बिश्नोई के पुत्र अविराज का अन्नप्राशन स्वयं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कर-कमलों से कराया। यह आयोजन गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति के विशेष कार्यक्रम के दौरान हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं, ने न केवल इस धार्मिक संस्कार को संपन्न किया, बल्कि बिश्नोई परिवार को शुभकामनाएं भी दीं। अविराज का यह पहला अन्नप्राशन संस्कार था, जिसे मुख्यमंत्री ने अपनी उपस्थिति से और भी विशेष बना दिया।
संस्कार और परंपराओं का मिलन
मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इस दिन मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और धार्मिक अनुष्ठान पूरे श्रद्धा भाव के साथ संपन्न किए जाते हैं। इस बार कृष्ण कुमार बिश्नोई का परिवार राजस्थान से गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के लिए पहुंचा था। भजन बिश्नोई और उनका परिवार इस अवसर पर अत्यंत प्रसन्न और सम्मानित महसूस कर रहा था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उनके पुत्र अविराज का अन्नप्राशन कराना उनके लिए जीवन भर का अविस्मरणीय अनुभव है।
सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता
इस खास पल की तस्वीरें कृष्ण कुमार बिश्नोई के परिवार द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गईं, जो तेजी से वायरल हो गईं। तस्वीरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अविराज को अपने हाथों से भोजन कराते हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को देख बिश्नोई परिवार के दोस्तों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों ने उन्हें खूब बधाइयां दीं।
मुख्यमंत्री का सादगी भरा अंदाज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सादगी भरे अंदाज और धार्मिक आस्थाओं के प्रति अपने समर्पण के लिए जाने जाते हैं। इस तरह के आयोजन में उनकी उपस्थिति जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाती है। यह घटना केवल एक परिवार के लिए नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणादायक है जो भारतीय परंपराओं और संस्कारों में विश्वास रखते हैं। मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में हुआ यह विशेष आयोजन बिश्नोई परिवार के साथ-साथ पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।