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Chandauli News: परिषदीय विद्यालय से गायब होकर गुरुजी चला रहे ईंट भट्ठा, गुरुजी की जगह विद्यालय में किसान गढ़ रहा बच्चों की तकदीर.

Story By: गोविंद कुमार।

चंदौली। परिषदीय विद्यालय में तैनात गुरुजी स्कूल के बदले ईंट-भट्टा चला रहे हैं। किसान बच्चों का तकदीर गढ़ने में लगा है। यह वाकया है धानापुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बेवदा का। जहां प्रधानाध्यापक की नियुक्ति के बाद भी स्कूल में उनकी जगह गांव के एक किसान बच्चों को पढ़ा रहा है। इस ‘खेल’ की जानकारी होने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी मौन हैं। उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक अखिलेश सिंह के स्थान पर रनपुर गांव निवासी किसान गंगा सिंह बच्चों को पढ़ा रहा है।

आरोप है कि गुरुजी के स्थान पर पढ़ा रहा किसान उपस्थिति रजिस्टर में प्रधानाध्यापक के नाम का हस्ताक्षर भी बना रहा है। पूरा खेल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जानकारी में चल रहा है। हालांकि विद्यालय के अन्य सहायक अध्यापक विरोध का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय में 54 बालक व 49 बालिकाओं सहित कुल 103 बच्चे पंजीकृत हैं। जिनमें कक्षा 1 में 13, कक्षा 2 में 15, कक्षा 3 में 26, कक्षा 4 में 23 और कक्षा 5 में 26 छात्र-छात्राओं छात्राओं के नाम शामिल हैं।

इन बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रधानाध्यापक अखिलेश सिंह, सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुमार यादव, राकेश कुमार भारती, राजू मौर्य व शिक्षा मित्र कुंज बिहारी सिंह नियुक्त हैं। शुक्रवार को अखिलेश सिंह को छोड़ अन्य सभी शिक्षक उपस्थित रहे। प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार सिंह के स्थान पर रनपुर गांव के किसान गंगा सिंह कक्षा तीन के विद्यार्थियों को पढ़ाते मिले।

वजह पूछने पर अन्य शिक्षकों ने बताया कि गंगा सिंह के खुद के बच्चे भी यहीं पर पढ़ते हैं। इस वजह से वे उन्हें नित्य यहां पहुंचाने आते हैं और कुछ देर बच्चों को पढ़ा भी देते हैं। शिक्षकों ने यह भी बताया कि 24 अगस्त 2024 को खुद बीईओ अवधेश नारायण सिंह ने भी स्कूल का निरीक्षण किया था। तब भी गंगा सिंह बच्चों को पढ़ा रहे थे। लेकिन सारी सच्चाई जानने के बाद भी वे मौन साधे हुए हैं। उधर नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों का कहना है कि बेवदा प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त प्रधानाध्यापक अखिलेश सिंह का ईंट भट्ठा भी है और उनके नाम पर रनपुर गांव के गंगा सिंह बच्चों को पढ़ाते हैं।

इसके एवज में उन्हें कुछ मिल जाता है। यह खेल वर्षों से चल रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारी सब जानते हैं। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है। मामले की जांच की जायेगी। अगर मामला सही पाया जाता है तो नियमानुसार कार्यवाई की जाएगी।

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