Sonbhadra News: समाज कल्याण मंत्री के इलाके में पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीण आक्रोशित.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
ओबरा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिल्ली मारकुंडी के ख़ैरटिया गांव में सैकड़ो की संख्या में आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया। लगभग दस वर्षो से पेयजल की समस्या से ग्रामीण परेशान दिख रहे और आज उनका गुस्सा फुट गया और स्लोगन लिखें तखती-बैनर लेकर हाथों में ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर अपनी समस्याओ को रखा। बता दे कि योगी सरकार में राज्य मंत्री संजीव गौड़ का इलाका पेयजल की समस्या से दस वर्षो से जूझ रहे है। राज्य मंत्री संजीव गौड़ के विधानसभा ओबरा के विधायक भी है ताजुब की बात है कि उनकी जानकारी में होने के बावजूद आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण दूषित पेयजल पीने को मजबूर है। वही प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने दो टूक कहा डाला कि अगर शुद्ध पेयजल जल्द उपलब्ध नहीं कराई गईं तो आगे उग्र आंदोलन होगा।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे ने बताया कि आजादी के 77 वर्षों के बाद भी बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत का एक बड़ा हिस्सा खैरटिया गांव का शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहा है। ग्राम सभा बिल्ली मारकुंडी के सबसे बड़े टोला खैरटिया, बाड़ी, बघमनवा एवं बिल्ली गांव आंशिक जैसे टोला पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। शिव दत्त दुबे ने कटाक्ष करते हुए कहा विधानसभा ओबरा से संजीव गोंड को लोग इसी उम्मीद से जीता कर विधानसभा तक भेजे थे कि वह क्षेत्र की गरीब आदिवासियों की समस्या का समाधान करेंगे और संजीव गोंड योगी सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री भी है।

जिन्हें कई बार पेयजल और अन्य समस्याओं से अवगत कराया गया है। लेकिन क्षेत्र में जन्म लेने के बावजूद वह अपने लोगों के बारे में कुछ भी नहीं सोच रहे हैं। खैरटिया की आबादी करीब 20 हजार है, लेकिन अब तक भूमिगत जल या टैंकर जल पर निर्भर हैं। रेणुका नदी के किनारे बसे होने के कारण खैरटिया में बोरिंग भी सफल नहीं है। यहां के भूमिगत जल में फ्लोराइड और आर्सेनिक की अधिक मात्रा के कारण भूमिगत जल अत्यंत खतरनाक है। सरकार द्वारा हर घर नल जल योजना पानी की समस्याओं को लेकर चलाया गया है तमाम गांव में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। लेकिन सिंचाई विभाग की उदासीनता की वजह से खैरतीयां गांव को पेंडिंग में रख दिया गया है। जिससे हर घर नल योजना गांव की धरातल पर नहीं उतर पा रहा है। कई बार शिकायत देने के बाद भी विभाग अभी तक ग्रामीणों की समस्या को लेकर जागा नहीं है।

जबकि राज्य मंत्री संजीव गोंड को भी समस्याओं से अवगत कराया गया, लेकिन उन्होंने सरकार में मंत्री होने के बावजूद ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने की पहल आज तक नहीं की। जबकि उनका जन्मस्थली इसी क्षेत्र में है और उनको विधानसभा ओबरा से हम लोग इसी उम्मीद से जिताया था कि वह गरीब आदिवासियों की समस्याओं को विधानसभा में रखकर और सीएम योगी से पहल कर समस्या का हल करेंगे। लेकिन चिराग चले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि हम लोग गांव के गरीब लोग हैं और पीने के पानी के लिए परेशानी लगातार झेल रहे हैं।

पास में ही नदी भी है, मगर उसका भी पानी दूषित है। पास में रहने वाले पशुपालक भी पशुओं को नदियों में जाकर पानी पिलाने का काम करते है। पास में ही विद्युत परियोजना है जिसका राख नदियों में मिल जाता है जिस वजह से जल प्रदूषित हो जाता है।हम लोगों की मांग है कि सरकार की हर घर नल योजना भी हम लोगों को मिले, जिससे हम लोग स्वच्छ पानी पी सके। वर्तमान में सरकार की तरफ से हर घर नल योजना के तहत 2024 तक हर ग्रामीण घर में नल से पानी की सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य है। मगर इस योजना में खैरटिया सहित अन्य टोलों को नहीं जोड़ा गया। ग्रामीणों ने मांग किया कि तत्काल सर्वे कराकर चालू वर्ष में ग्राम पंचायत के खैरटिया सहित सभी टोला में हर घर नल योजना का लाभ दिया जाए।