Sonbhadra News-: प्रसव के कुछ घंटों बाद महिला की हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा, आरोप महिला की हालत गंभीर होने पर भी नर्स चलाती रही मोबाइल.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
राबर्ट्सगंज कोतवाली के जिला अस्पताल परिसर स्थित MCH विंग में एक प्रसूता की बड़े ऑप्रेशन के बाद चढ़ाये जा रहे ब्लड में लापरवाही की वजह से प्रसूता की मौत का मामला सामने आया है। जैसे ही प्रसूता की मौत की ख़बर परिजनों को हुई तो परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।

परिजनों अस्पताल स्टॉफ की ड्यूटी के दौरान घोर लापरवाही की पोल सबके सामने खोल कर रख दी। लापरवाही भी ऐसी की किसी की पत्नी किसी की बहु किसी की बेटी यहां तक की 1 दिन के जन्मे नवजात शिशु को मां से दूर होना पड़ा। एक दिन का शिशु जो अभी तक मां की परिभाषा भी नहीं जानता होगा उसके ऊपर से मां की ममता छीनने का पाप किया गया।

महिला की मौत के बाद कूट रचित तरिके से हालत गंभीर बताकर मरीज को रेफर करने की पर्ची तक बना कर खुद अस्पताल स्टॉफ द्वारा एम्बुलेंस भी बुला लिया गया और मृतिका को एम्बुलेंस में चढ़ा भी दिया गया। महिला की कंडीशन देखकर परिजनों को शक हुआ जिसके बाद वाज़िब जवाब न मिलने पर लापरवाही से मौत होने की बात कहकर परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घंटों परिजनों को समझाने में जुटी दिखी लेकिन आक्रोशित परिजन हंगामे के साथ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे। मृतिका के परिजनों ने बताया कि प्रसूता को डिलीवरी के लिए कल दोपहर को अस्पताल लाया गया था। शाम को 8:00 बजे बड़े ऑपरेशन से प्रसव हुआ। प्रसव होने के बाद जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ थे।

पूरी रात भी स्वास्थ्य ठीक था यहां तक की सुबह 11:00 बजे तक सब सही था। ऑपरेशन से पहले ब्लड की डिमांड करने पर ब्लड कल ही उपलब्ध कराया जा चुका था। लेकिन ब्लड आज रविवार को 11:00 बजे के बाद चढ़ा। परिजनों का आरोप है कि ब्लड चढ़ाने में लापरवाही बरती गई। इस वजह से प्रसूता की मौत हो गई। डिलीवरी सेफ होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही बरती और ब्लड चढ़ाने के दौरान डाक्टर उपस्थित नहीं थे।

जो नर्स थी वह मोबाइल चलाने में व्यस्त थी और जब हम वार्ड में देखने जाते तो अपनी पोजीशन का धौंस दिखाकर वार्ड से बाहर भेज दिया जाता और जेंट्स की बात कहकर वार्ड में जाने नहीं दिया जाता था। जब बीवी की मृत्यु हो गई तो हॉस्पिटल के सारे स्टाफ खुद से जबरदस्ती एंबुलेंस बुलाकर मृत प्रसूता को एम्बुलेंस में चढ़ा दिया।

डिप्टी सीएमओ सुमन कुमार जायसवाल ने बताया कि प्रसूता की मौत का मामला संज्ञान में आया है। MCH विंग पीपीपी मॉडल संचालित हॉस्पिटल में कल एक 24 से 25 साल की उषा रानी नामक प्रसूता आई थी जो की खैराही की रहने वाली थी।

सुबह परिजनों ने आरोप लगाया कि जब प्रसूता को डिलेवरी के बाद खून चढ़ाया जा रहा था। ब्लड चढ़ाने के थोड़ी देर बाद प्रसूता को झटका आने लगा कुछ देर बाद प्रसूता की मृत्यु हो गई। परिजनों ने कर्मचारियों पर सही देखभाल न करने का आरोप लगाया है। मामले को लेकर सबसे पहले कमेटी गठित करके जांच की जाएगी। इसके लिए सबसे आवश्यक है कि प्रसूता का पहले पोस्टमार्टम हो।

कमेटी गठित करके जांच की जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कि बच्चा सुरक्षित है। परिजनों का कहना है नर्स मोबाइल चला रही थी जिस वजह से वह प्रॉपर ध्यान नहीं दे पाई। जो भी आरोप है उस विषय में पूरी जांच पड़ताल की जाएगी।