Sonbhadra News: दुद्धी सीएचसी का नीलम प्रभात ने किया निरीक्षण, मिली दुर्व्यस्था पर जाहिर की नाराजगी.
Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
राज्य महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभात ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों की उपस्थिति, सफाई और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी लेकर जायजा किया। केंद्र पर मिली खामियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिए। महिला आयोग की सदस्य ने केंद्र में मौजूद रजिस्टर की जांच की। सीएचसी अधीक्षक डॉ. शाह आलम समेत 23 नियमित कर्मचारी और 34 संविदाकर्मियों के नाम रजिस्टर में दर्ज थे।
इसमें 3 सरकारी और 6 संविदाकर्मी छुट्टी पर पाए गए। बिना कारण अधिक छुट्टियां स्वीकृत करने पर डॉ. शाह आलम और बाबू संजय कुमार को फटकार लगाई। निरीक्षण के दौरान एक कर्मचारी की एडवांस सीएल चढ़ी देख वे हैरान रह गईं। साथ ही रजिस्टर में ओवरराइटिंग और हस्ताक्षर की गड़बड़ियां भी मिलीं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा भविष्य में इस तरह की लापरवाहियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में बंद पड़े जनऔषधि केंद्र पर भी ध्यान गया।
नीलम प्रभात ने केंद्र संचालक से फोन पर जानकारी ली और इसे तत्काल चालू करने के निर्देश दिए। अस्पताल परिसर और मरीजों के वार्ड में फैली गंदगी देखकर नीलम प्रभात ने व्यवस्थाओं की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर सुधारना होगा। जननी वार्ड में भर्ती प्रसूताओं से बातचीत के दौरान पता चला कि अस्पताल प्रबंधन पिछले एक माह से मरीजों को भोजन नहीं दे रहा है।
इस पर अधीक्षक डॉ. शाह आलम ने बताया कि वेंडर ने पिछले महीने का भुगतान न मिलने के कारण आपूर्ति बंद कर दी है। यह मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के संज्ञान में लाया गया है। निरीक्षण के बाद महिला आयोग सदस्य ने सीएचसी की दुर्दशा पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा यह स्वास्थ्य केंद्र नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में आता है और यहां प्रतिदिन 400-500 मरीज आते हैं। इसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
डेढ़ महीने पहले भी दिए गए निर्देशों पर अमल न होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि सफाई, भोजन और जनऔषधि जैसी बुनियादी सुविधाओं की स्थिति सुधारना अनिवार्य है। नीलम प्रभात ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सुधार की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन इसे व्यवस्थित करने में समय लगेगा। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता दें ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल सकें।