Sonbhadra News: रेलवे ग्रुप डी में भर्ती के नाम पर 50 लाख की ठगी, ठग ने दिया फर्जी सलेक्शन लेटर, जानिए पूरा मामला.

Story By: कन्हैया लाल यादव, रायपुर।
सोनभद्र। रायपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव निवासी मनोज कुमार पांडेय पर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप लगा है। आरोप है कि मनोज कुमार पांडेय ने देवरिया जिले के आठ लोगों से दो साल पहले रेलवे ग्रुप डी में भर्ती करने के नाम पर 50 लाख रुपया लिया था और फरार हो गया था। हालांकि काफी खोज बिन के बाद सभी आठ अभ्यर्थियों ने आरोपी मनोज कुमार पांडेय को दो सप्ताह पूर्व बिहार के कैमूर जिले के भभुआ थाना क्षेत्र में पकड़ लिया और भभुआ थाने में ₹1000 के स्टांप पेपर पर लिखित समझौता हुआ था।

जिसमें आरोपी मनोज कुमार पांडेय और उसकी मां ने पैसा लौटाने की बात को कबूल किया था और सभी को अपने घर रायपुर गांव बुलाया था। लेकिन जब सभी आठ लोग आरोपी के घर पर पहुंचे तो मनोज कुमार पांडे और उसके परिजन घर के अंदर ताला बंद करके फरार हो गया। इस कारण 10 दिन से पीड़ित सभी आठो लोग आरोपी मनोज कुमार पांडेय घर पर मौजूद है और उनके घर के बाहर धरने पर बैठे हैं। सभी अभ्यर्थीयो का कहना है कि उनका पैसा नहीं दिलाया गया उन्हें न्याय नहीं मिलेगा तो यही मनोज कुमार पांडेय के घर के बाहर वह जान दे देंगे।

अभ्यर्थियों ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भी दिया है। दरअसल रायपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव निवासी मनोज कुमार पांडेय रेलवे में भर्ती कराने के नाम पर सिंडिकेट चलाता था। आरोपी मनोज ने देवरिया जिले के आठ लोगों को जिसमें किए थे युवती भी शामिल है को रेलवे के ग्रुप डी भर्ती कराने के लिए 2 साल पहले 50 लख रुपए लिए थे। आरोपी मनोज कुमार पांडेय ने सभी अभ्यर्थियों को विश्वास दिलाया था कि उनकी नौकरी रेलवे ग्रुप डी में लग जाएगी। यही नहीं आरोपी ने बकायदे अपने बैंक खाते में यह सभी रुपए मांगे थे।

समय बीतता गया और मनोज कुमार पांडेय अभ्यर्थियों को आश्वासन देता रहा। इस दौरान लगभग 2 साल जाने के बाद अभ्यर्थियों का सब्र टूट गया और वह मनोज कुमार पांडेय की तलाश में जुट गए। काफी खोजबीन के बाद बिहार के कैमूर जिले के भभुआ क्षेत्र में आरोपी मनोज कुमार पांडेय को अभ्यर्थीयो ने पकड़ा और भभुआ थाने ले गए। वहां पर काफी देर पंचायत के बाद यह तय हुआ कि आरोपी मनोज कुमार पांडेय पैसा वापस करेगा।

जिसके लिए पुलिस की मौजूदगी में ₹1000 के स्टांप पेपर पर लिखा पढ़ी हुई।जिसमें आरोपी मनोज कुमार पांडेय ने पैसा वापस करने की बात कबुली और उसके साथ उसकी मां ने भी यह कबूल किया कि वह पैसा वापस करेंगे। इसके लिए सभी आठ व्यक्तियों को मनोज कुमार पांडेय ने अपने घर रायपुर गांव बुलाया। पीड़ितों ने बताया कि जब वह सभी आठ लोग रायपुर गांव पहुंचे तो यहां पर मनोज कुमार पांडेय उसके परिवार के लोगों ने मिलने से इनकार कर दिया।

आरोपी के घर वालो ने 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को बुला लिया। पुलिस को जब सभी पीड़ितों ने अपनी कहानी बताई सारा दस्तावेज दिखाएं तो पुलिस ने मनोज कुमार पांडेय के परिवार को फटकार लगाया और वापस लौट गई। इस दौरान मौका पाकर मनोज कुमार पांडेये उसका परिवार पिछले दरवाजे से फरार हो गया। तब से आज तक यह सभी आठ लोग मनोज कुमार पांडे घर के बाहर धरने पर बैठे हैं।

उनकी मांग है कि अगर उनका पैसा वापस नहीं कराया गया तो यह लोग जान दे देंगे। क्योंकि उनके पास और कोई विकल्प अब नहीं बचा है। सभी अभ्यर्थी पिछले दो दिनों से बिना खाए पिए उनके घर पर बैठे हैं। वही पुलिस से प्रशासन से गांव वालों से गुहार कर रहे हैं कि उनको न्याय दिलाए जाए। उनका पैसा वापस कराया जाए अन्यथा वह गलत कदम उठाने को मजबूत हो जाएंगे।