Sonbhadra News: अनियंत्रित टिपर पत्थर खदान में गिरी, चालक की मौत, खनन जांच टीम पर उठ रहे सवाल.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
चोपन थाना क्षेत्र के डाला बाडी खनन क्षेत्र के खदान में हुए हादसे में टिपर चालक की मौत हो गईं। हादसा उस समय हुआ जब टिपर चालक टिपर सहित खदान में नीचे की तरफ जा रहा था। तभी अनियंत्रित होकर टिपर नीचे खदान में जा गिरी और टिपर के नीचे आने से चालक की मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही साथी मज़दूर खनन क्षेत्र से बाहर आकर रोड लर इक्कठा होकर।

जिसके बाद चोपन थाना प्रभारी विजय चौरसिया घटनास्थल पर पहुंच गए और मज़दूरों को शांत कराया। तब तक सीओ चारु द्विवेदी भी घटनास्थल पहुंच गई और उन्होंने टिपर चालक की मौत की पुष्टि की।

सीओ चारु द्विवेदी ने बताया कि गुरुवार को शाम को चोपन पुलिस को सूचना मिली की डाला क्षेत्र में स्थित एक खदान में टिपर चालक की मृत्यु हो गई है। जब मौके पर जाकर देखा गया तो पता चला कि टिपर निचे जाते समय टिपर अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई।

जिसके नीचे दबने से टिपर चालक की मौत हो गई। हरिलाल (55) थाना क्षेत्र ओबरा का रहने वाला था। जब यहां पर लोग आए तो देखा सांसे चल रही थी। उसके बाद चोपन में प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजा गया था। जहां से फिर लोढ़ी जिला अस्पताल भेजा गया जहां चालक की मृत्यु हो गई।

उधर हादसे के बाद नाराज़ परिजनों के साथ रहवासियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर रोड जाम कर दिया। तब तक ओबरा थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। मामला बढ़ता देख ओबरा सीओ हर्ष पांडेय भी जाम वाली जगह पहुंच गए और परिजनों को समझाने में जुटे रहे। इस दौरान मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार रजनीश यादव ने आश्वासन दिया कि जो भी विभाग द्वारा मदद है वो मदद की जाएगी और खदान मालिक द्वारा जो भी सहायता होगा वह सहायता की जाएगी। तब जाकर लगभग 2 घण्टे बाद परिजन माने और रोड से हटे।

अगर जांच टीम शिकायतकर्ता की बात मानकर खननकर्ताओं को खनन नियमावली के तहत खनन करने की हिदायत दी होती तो आज टिपर चालक जिंदा होता। लोगों की माने तो खनन क्षेत्र में कई हादसे होते रहते है लेकिन कुछ का पता चल पाता है तो कई हादसे बोल्डर में ही दफन हो जाते है।