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Sonbhadra News: एबीपी टैलेंट हंट समर कैंप का हुआ भव्य समापन, दर्शकों और अथितियों ने कार्यक्रम की सराहना की.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।

सोनभद्र।

शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एबीपी टैलेंट हंट समूह द्वारा आयोजित समर कैंप 2025 का भव्य समापन अवर अभियंता मनोरजन केंद्र क्लब-4 ओबरा सोनभद्र में बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्षा चांदनी देवी विशिष्ट अतिथि रमेश कुमार यादव, निशांत कुशवाहा, प्रदीप जायसवाल, उपखंड अधिकारी ओबरा यूपीपीसीएल आशीष शुक्ला के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।

नगर पंचायत अध्यक्षा चांदनी देवी ने बच्चों की प्रस्तुतियों को देखकर गहरी प्रसन्नता जताई और एबीपी टैलेंट हंट समूह को इस प्रयास के लिए बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनायें दी। समापन समारोह में अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में बच्चों द्वारा समर कैंप के दौरान की गई विविध गतिविधियों का बारीकीयों से अवलोकन किया गया।

समर कैंप के पूरे कार्यक्रम में बच्चों के उत्साह और रचनात्मकता ने सभी का मन मोह लिया। हर प्रस्तुति पर तालियों की गड़गड़ाहत की गूंज से बच्चों का उत्साह चरम पर देखा गया। समापन के बाद सभी बच्चों को उनकी प्रस्तुति के लिए गिफ्ट देकर नावाज़ा गया और भविष्य की शुभकामनायें दी गईं।

वही हेमंत मोहन ने संचालन की भूमिका बहुत अच्छे तरिके से निभाई। प्रत्येक प्रस्तुति के बाद दर्शकों से एनालिसिस कराना और बच्चों से हसीं मज़ाक करने का अंदाज़ सभी को पसंद आया।

बता दे कि एबीपी टैलेंट हंट द्वारा आयोजित समर कैंप का समापन गुरुवार को बड़े ही उत्साह और भावनात्मक प्रस्तुति के सेकड़ों अभिवावको और दर्शकों के बीच सम्पन्न हुआ। बीते एक महीनों से चल रहे इस समर कैंप में बच्चों को योग, ताइक्वांडो, डांस, पेंटिंग और क्राफ्ट की प्रशिक्षण कक्षाएं दी जा रही थीं, जिसमें शिक्षक के रूप में विमलेश सर और प्रमोद सर रहे।

समर कैंप समापन को लेकर लगभग एक माह पूर्व से ही बच्चे अपनी प्रस्तुतियों की तैयारी प्रारंभ कर दी थी। नतीजन समापन समारोह में उन्होंने पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में बच्चों द्वारा हाल ही में भारत में घटी एक हृदयविदारक घटना ‘पहलगाम हत्याकांड’ पर आधारित एक प्रेरणादायक कहानी को “सिंदूर मिशन” के रूप में मंचित किया गया। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को भावुक कर दिया और सभी ने बच्चों की इस जागरूकता भरी पहल की सराहना की।

विशिष्ट अतिथि रमेश सिंह यादव ने कार्यक्रम के दौरान कहा बच्चों में प्रतिभा और आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं है। बस उनको एक प्लेटफॉर्म की ज़रूरत होती है।अगर सही प्लेटफॉर्म मिल जाये तो बच्चे अपनी प्रतिभा के अनुसार बहुत कुछ कर जाते है और माता-पिता और क्षेत्र के साथ देश का नाम रोशन कर देते है।

एबीपी टैलेंट हंट एक ऐसा समूह है जो समर कैंप के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का काम हर साल करती है। बच्चें ख़ुशी-ख़ुशी समर कैंप में आने को उत्साहित होते है। कैंप का आयोजन का क्रम रूकना नहीं चाहिए, कैंप के मध्यम से बच्चों का प्रतिभा स्वरना चाहिए। जल पुरुष रमेश सिंह यादव बच्चों का जमकर प्रशंसा किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते नजर आये।

उपखंड अधिकारी ओबरा यूपीपीसीएल आशीष शुक्ला ने कहा वो हर साल समापन कार्यक्रम में ज़रूर शामिल होते है। प्रस्तुति देख शुरू से समापन तक शानदार प्रस्तुति की वजह से एक जगह से दूसरी जगह हटने का मन नहीं करता। एबीपी टैलेंट हंट समूह द्वारा जो समर कैंप का आयोजन होता है वैसा आयोजन पूरे जिले में शायद ही होता होगा।

छुपी प्रतिभा को निखारने का मात्र एक ही विकल्प एबीपी टैलेंट हंट द्वारा समर कैंप,
कक्षा 1 में पढ़ने वाला बच्चा भी कहता है एबीपी टैलेंट हंट समूह द्वारा कराये जा रहे समर कैंप में भाग लेकर कुछ सीखना चाहता है। कैंप में संचालित करने वाले सर जो हर एक बच्चे पर विशेष ध्यान देकर उनको प्रैक्टिस कराते है उसकी जितनी तारीफ की जाये कम है।

आशीष शुक्ला ने कहा वो सरकारी नौकरी करते है उनका ट्रांसफर होता रहता है। अगर ओबरा से कही दुसरी जगह ट्रांसफर हो गया तो वो समर कैंप को बहुत याद करेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा जब-जब मौका मिलेगा तो कार्यक्रम में वो ज़रूर शिरकत करेंगे।

प्रमोद कुमार सर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों को रचनात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास का अवसर देना था। समर कैंप में बच्चों ने नृत्य, नाटक, ताइक्वांडो, चित्रकला, क्राफ्ट, कला और पर्सनालिटी डेवलपमेंट जैसी गतिविधियों में भाग लिया। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का भरपूर प्रयास किया गया।

वही ताइक्वांडो मास्टर विमलेश दीक्षित ने बताया आज के सामाजिक परिवेश में सुरक्षा एक चुनौती है खासतौर से बालिकाओं के लिए, लड़कियां खुद को कैसे सुरक्षित रखे।

इसको प्रदर्शन के माध्यम से बच्चों ने आत्मरक्षा के विभिन्न तरीकों को दिखाया और सिख दी की आत्मरक्षा एक कला है जिसे हर कोई को सीखना चाहिए। इसी तरह स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वस्थ शरीर और मष्टिक का होना बहुत ज़रूरी है। योगा सत्र में उन्होंने “स्वस्थ रहो, मस्त रहो, खुश रहो, इसके लिए करें योग” रहे निरोग का संदेश दिया।

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