Chandauli News: आरपीएफ जवानों की हत्या में शामिल चार बदमाशों को यूपी एसटीएफ और गाज़ीपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार.
Story By: संदीप कुमार, बड़ा बाबू, डीडीयू नगर।
चंदौली। डाउन बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में गत दिनों दो आरपीएफ कर्मियों की हत्या कर दी गई। इस मामले में यूपी एसटीएफ व गाजीपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। गाज़ीपुर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि चार लोगो को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के बयान पर बड़े पैमाने पर शराब तस्करी में लिप्त लोकल पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ व अन्य रेलवे के विभाग कर्मचारियों पर गाज गिर सकता है।
आपको बता दें डीडीयू रेल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल मानस नगर और यार्ड पोस्ट में तैनात जवानों की चलती ट्रेन में नृशंस हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। इस मामले के खुलासा के लिए गाजीपुर पुलिस, क्राइम ब्रांच के साथ ही फोरेंसिक टीम, आरपीएएफ और जीआरपी सहित पांच एजेंसियां जुटी रही। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी एसटीएफ भी इस मामले की जांच में जुट गयी थी। आरपीएफ जवान बाड़मेर एक्सप्रेस से ट्रेनिंग सेंटर मोकामा बिहार के लिए रवाना हुए थे।
ट्रेनिंग सेंटर न पहुंचने पर खोजबीन शुरू हुई। तब दोनों के शव गाजीपुर जिले के भदौरा और गहमर के बीच कुछ दूरी पर मिला। इस से पुलिस विभाग व रेलवे विभाग सन्नाटे में आ गया था। आरपीएफ के दो जवानों की हत्या के मामले में शराब तस्करों के हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। शराब तस्कर पेंट्रीकार कर्मी से मिलकर हत्या कर सकते हैं। इसका कारण है कि शराब तस्कर बिहार शराब ले जाने के लिए अक्सर पेंट्रीकार का इस्तेमाल करते हैं। वहीं आधी रात के बाद पेंट्रीकार कर्मी कोच के सभी दरवाजे बंद कर देते हैं। दूसरे कोच से जोड़ने वाले दरवाजे को भी बंद कर देते हैं।
आशंका है कि जवानों ने पेंट्रीकार में शराब लादते हुए देख लिया होगा और रोकने के लिए पहुंच गए होंगे। ऐसे में जवानों को पेंट्रीकार में पिटाई कर हत्या की गई। रेलवे विभाग की मानें तो राजस्थान के बारमेर से गुवाहाटी जा रही बारमेर एक्सप्रेस डीडीयू रेलवे स्टेशन से खुलने के बाद आरा तक दस स्थानों पर रुकी। हर जगह यार्ड में चेन पुलिंग किया गया है। सभी चेन पुलिंग एक अथवा दो मिनट के लिए हुई। पहली चेन पुलिंग डीडीयू स्टेशन के आगे आउटर केबिन के पास हुई।
इसी तरह सकलडीहा, धीना, जमानियां सहित अन्य स्थानों पर रेलवे यार्ड में हुई है। सूत्रों की माने तो शराब तस्कर इसी तरह ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोक देते हैं और शराब लादने के बाद स्वयं ही उसे ठीक भी कर देते हैं। इससे ट्रेन बहुत ज्यादा देर नहीं रुक पाती है। गाजीपुर पुलिस अधिक्षक ग्रामीण ने बताया कि चार आरोपियों विनय कुमार पुत्र राजू प्रसाद निवासी खगौल रोड विकास कालोनी फुलवारी शरीफ पटना बिहार, प्रेमचंद्र कुमार पुत्र विरेंद्र वर्मा निवासी भगवतीपुर वजीतपुर बिहार, पंकज कुमार पुत्र सालिक राम गिरी निवासी दानापुर बिहार और विलेन्द्र कुमार पुत्र स्व महेंद्र चौधरी निवासी उसरी बाजार शाह पटना बिहार को पुलिस और एसटीएफ की टीम ने पकड़ लिया।
जवानों के पर्स और मोबाइल की बरामदगी के लिए एक तस्कर प्रेमचंद कुमार को लेकर पुलिस घटना स्थल पर गई। डाउन लाइन के बगल में झाड़ियों में एक पर्स बरामद हुआ। जिसे खोलकर देखा गया जो मृतक जावेद का था। पुलिस ने चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। इस बाबत डीडीयू मंडल आरपीएफ कमांडेंट जेथिन बी राज ने बताया कि पुलिस के कार्रवाई से हम दूर है। रेलवे से संबंधित आरपीएफ, जीआरपी, चेन पुलिंग, पेन्ट्रीकार, चालक गार्ड आदि लोगों की जांच-पड़ताल की कार्यवाई चल रही है।