Sonbhadra News: हर घर जल योजना का ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ, बंधे का दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण.

Story By: कन्हैया लाल यादव, नगवां।
सोनभद्र।
आदिवासी क्षेत्र नगवां ब्लॉक में शुद्ध जल के लिए ग्रामीण तरस रहे है। मामला ग्राम पंचायत सरईगाढ़ नकटुआ से जुड़ा हुआ है। जहां पेयजल की विकट स्थिति पैदा हो गई है। नल जल योजना से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है। जिससे सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना ग्रामीणों के लिए सिर्फ छलावा साबित हो रही है।

बस्ती में हर घर जल योजना के तहत से पानी कभी नहीं मिल रहा है जिसकी वजह से वहां के रहवासी नदी नालों का दूषित पानी पीने को मजबूर है। दूषित पानी पीने की वजह से ग्रामीणों की विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियों का भविष्य में दंश झेलना पड़ सकता है। सरकार को गांव में निवास करने वाले ग्रामीणों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

गांव सभा सरईगाढ़ के नकटुआ निवासी बिंदु नामक महिला अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ घर से दूरी पर जाकर पीने का पानी लाने पर मजबूर है। खाना बनाने से लेकर कपड़ा धोने सहित पीने की पानी के लिए हमलोग बंधी के पानी पर निर्भर है। अभी तो ठंड है। लेकिन गर्मी में स्थित और भयावक हो जाती है। हर घर जल योजना द्वारा कई जगह नल लग गए लेकिन हमारे घर नल की टोटी नहीं लगी पीने के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं तो क्या करे। इसलिए नदी बंधे का पानी पीने को मजबूर है। अगर टोटी लग जाती तो पानी की सुविधा हो जाती।

सरईगाढ़ के नकटुआ में10 सालों से निवास करने वाले स्थानीय निवासी अशोक ने बताया कि पानी की बहुत समस्या है। कई बार अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से पानी की किल्लत को दूर करने के लिए आग्रह किया गया था। लेकिन कही कोई सुनवाई नहीं हो सकी।

जब हर घर नल योजना चालू हुई तो लगा कि अब शुद्ध पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी। हुआ ठीक उल्टा, दोहरा रवैया अपना कर हमारे घर के ठीक पास से सप्लाई पानी का पाइप गया लेकिन हमारे घर पर टोटी नहीं लगी। टोटी लगाने वाले से कहा गया हर जगह पानी का कनेक्शन दिया गया फिर हमारे यहां क्यों नहीं।

इसका जवाब कार्यदायी संस्था और न ही जनप्रतिनिधियों ने दिया। हमारे घर से 25 और घर बस्ती में है जहां पानी का कनेक्शन नहीं लगा है। जबकि बंधी का गंदा पानी पीने को हमलोग मजबूर हैं। कही हमलोगों की सुनवाई नहीं।