Chandauli News: समुचित भोजन नहीं मिलने से एक गौवंश ने तोड़ा दम, पुआल के सहारे संचालित केरायगांव स्थित गौशाला.

Story By: गोविंद कुमार, चकिया तहसील।
चंदौली। शहाबगंज विकासखंड के केरायगांव स्थित गौशाला में उचित भोजन और पानी नहीं मिलने से रविवार को एक गोवंश की मौत हो गई। सोमवार को पशु-चिकित्साधिकारी ने पशु का पोस्टमार्टम किया। प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना गौवंश के संरक्षण के लिए बनी गौशाला देखभाल के अभाव में दम तोड़ रही है, जिससे उनमें रहने वाले पशु किसी प्रकार अपना जीवन गुजार रहे हैं।

इसी तरह का हाल केरायगांव स्थित गौशाला का देखने को मिला, जहां चारे के अभाव में गोवंश दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। जहां भोजन के नाम पर सूखा पुआल और पानी दिया जा रहा है, जिससे गोवंश की उचित देखभाल नहीं हो रही। संतुलित आहार की कमी के कारण वे बीमार हो जा रहे हैं। इस गौशाला में 29 गौवंश हैं। इनकी देखभाल करने वाले सोनू यादव ने बताया कि इनको भोजन के नाम पर पांच बोरी भूसा और दो बाल्टी चुंगी सुबह-शाम दिया जाता है, जो इनके लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।

वहीं पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि गोवंश की देखभाल के लिए उनके वजन के हिसाब से चारा दिया जाना चाहिए। एक पशु को कम से कम दो से तीन किलो भूसा और संतुलित आहार के साथ हरा चारा दिया जाना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में आहार नहीं मिलने के कारण गोवंश दीन-हीन हो गए हैं। जबकि गौशालाओं की देखभाल की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत और बीडीओ की भी है। वहीं उपजिलाधिकारी दिव्या ओझा ने कहा कि चारे के अभाव में गोवंश का मरना बहुत बड़ी लापरवाही है। मामले की जांच कर लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।