Sonbhadra News: दो युवाओं ने रचा इतिहास, राष्ट्रीय टीम में चयन, मुंबई में दिखाएंगे अपनी प्रतिभा का दमखम.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
दो दृष्टिबाधित क्रिकेट खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का आखिर लोहा मनवा ही लिया। अपने प्रदर्शन के बदौलत कमलेश कुमार और चंदन कुमार ने राष्ट्रीय दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता 2025 में जगह बनाई है। टूर्नामेंट का आगाज़ 19 मार्च को होगा और 21 मार्च 2025 तक मुंबई के इस्लाम जिमखाना में खेला जाएगा। बता दे कि कमलेश कुमार ग्राम गीधिया, थाना कोन के रहने वाले हैं। 1 जनवरी 2003 को जन्मे कमलेश के पिता रामाशंकर मजदूरी करते हैं। जन्म से दृष्टिबाधित होने के बावजूद कमलेश ने हार नहीं मानी। उनकी क्रिकेट के प्रति लगन ने उन्हें उच्चाई की बुलंदियों तक पहुंचाया और राष्ट्रीय स्तर में उनका चयन करने के लिए चयनकर्ताओं को मज़बूर होना पड़ा।

लेकिन खिलाड़ी के आगे ग़रीबी रोड़ा बनकर ख़डी हैं, मुंबई में होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उनके पास आर्थिक संसाधन नहीं हैं। वहीं शक्तिनगर के चिकड़ाड बस्ती निवासी चंदन कुमार का जन्म 5 जुलाई 1997 को हुआ था। उनके पिता प्यारेलाल गुप्ता सीमित संसाधनों से ही किसी तरह से परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। दृष्टिबाधित होने के बावजूद चंदन ने क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। दोनों खिलाड़ियों का सपना है कि वे बड़े क्रिकेटर बनें। अपने जैसे हजारों दृष्टिबाधित युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनना चाहते हैं। जिससे दृष्टिबाधित को भी समाज में एक नई पहचान के तौर पर जाना जाये। खिलाड़ियों ने कहा उनका चयन साबित करता है कि विकलांगता किसी की सफलता में बाधक नहीं बन सकती।