Sonbhadra News: रेलवे अधिकारी के तुगलगी फरमान से खुद रेलवे कर्मचारी परेशान, कॉलोनी में मनमाने ढंग से किया जा रहा है लिंक रोड का निर्माण.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
हमारा बचपन मत छिनों, हमें खेलने दो आस्था के नाम पर खिलवाड़ मत करो जैसे स्लोगन लिए मासूम बचे विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। बच्चों का ऐसा करते नज़ारा देख उस तरफ जाने वाले हर कदम थम से गए। रेलवे अधिकारी के बिना स्थालीय निरिक्षण किये गए फैसले खुद रेलवे कर्मचारी के गले की फांस बन गईं है। जिसका विरोध रेलवे कर्मचारी और उनके छोटे ननेह मुन्ने बच्चे कर रहे है। दरअसल पूर्व मध्य रेलवे चोपन के प्लेटफॉर्म एव पार्किंग सुंदरीकरण का विकास अमृत भारत योजना के अंतर्गत हो रहा है।

उसी के तहत गार्ड कलोनी के उतरी छोड़ से लगभग 7 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण रेलवे आवासीय परिसर के बीचों बीच प्लेटफार्म जाने के लिए किया जा रहा है। सड़क निर्माण को रोकने के लिए कॉलोनी कर्मचारी एव उनके बच्चें विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कि सड़क निर्माण होने से कॉलोनी असुरक्षित हो जाएगी। बच्चें कहा खेलेंगे, पूजा पंडाल दो भागों में बट जाएगा तो पूजा का आयोजन कैसे होगा और तो और रोड निर्माण की वजह से रेलवे परिसर में चोरी बढ़ जाने का अंदेशा भी कर्मचारियों को सता रहा है।

चिंताओं के बीच सड़क निर्माण को रोकने के लिए कॉलोनी कर्मचारी अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। रेलवे कॉलोनी के बच्चों ने विकास के नाम पर ग्राउंड की दुर्दशा का ठीकरा सरकार पर ही फोड़ दिया और आरोप लगाया कि आवासीय कॉलोनी में रोड बनाने का काम सरकार के द्वारा ही किया जा रहा है। बच्चों ने सरकार से मांग की है कि रोड का निर्माण कॉलोनी परिसर में न कराया जाए। क्योंकि हर साल बड़े पैमाने पर दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा के दौरान कॉलोनी में आते हैं जिसमे छोटे बच्चें भी शामिल रहते है। रोड बनने से बच्चों ने दुर्घटना की आशंका व्यक्त की जिसे पूजा में खलल पड़ सकती है।

रोड बनने से खेलकूद पर भी लगाम लग जाने का डर बच्चों को सताए जा रहा है। बच्चों ने कहा वाहनों को आवागमन से मम्मी पापा डरे सहमे रहेंगे और वह हमें खेलने से मना करेंगे। रोड बना तो हमारे खेलने का स्थान खत्म हो जाएगा। बच्चों ने कहा हम नहीं खेलेंगे तो हमारा विकास कैसे होगा। हमारा बचपन कैद हो जाएगा। आगे चलकर बढ़िया खेल प्रदर्शन की वजह से हमारा नाम रोशन होगा और हमारा शारीरिक विकास भी होगा। घर में छोटे नन्हे बच्चे है जो अचानक घर से बाहर निकल जाते है रोड बनने की वजह से उन पर ज्यादा दुर्घटना का खतरा बना रहेगा।

ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारियों के शाखा सचिव उमेश सिंह ने बताया कि चोपन स्टेशन केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत भारत योजना के तहत चयन हुआ है। सुंदरीकरण और विकास के लिए फंड आया है। इसी के अंतर्गत यहां कार्य चल रहा है। हालांकि जमीनी हकीकत बिना जाने हुए बाहर बैठे अधिकारियों द्वारा आवासीय परिसर के बीचो-बीच ग्राउंड से एग्जिट रोड निकाला जा रहा है। जो किसी भी तरीके से नयायसंगत नहीं है। इसमें हमारे कॉलोनी के बच्चे खेलते हैं इसी ग्राउंड में कल्चरल प्रोग्राम होता है। आवासीय परिसर में स्थित स्टेज चोपन में एकमात्र ऐसा स्टेज है जहां पर कल्चरल प्रोग्राम होता हैं।

इसी ग्राउंड में दुर्गा पूजा मंडप है। जिसमे पिछले 60-65 सालों से भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन होता आया है। ग्राउंड में सड़क का निर्माण की वजह से कॉलोनी के बच्चें खेल नहीं पाएंगे और आये दिन दुर्घटनाएं होगी। उमेश सिंह ने बताया सड़क निर्माण की वजह से सामाजिक तत्वों का कॉलोनी में प्रवेश करने का एक तरह का प्रमाण मिल जाएगा। उनसे हम पूछ नहीं सकेंगे कि आप कौन हो कॉलोनी में कैसे आए हो किस काम से आए हो। इतना ही नहीं आए दिन चोरियां हो रही है। आए दिन लोगों के साथ मारपीट हो रही है, मोबाइल छिनैती की घटना वर्तमान में बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

रोड की वजह से गाड़ियां खड़ी होने लगेगी। हमारे बच्चे घर से बाहर नहीं निकाल पाएंगे, जिससे उनका बौद्धिक विकास नहीं हो पाएगा। जबकि रेलवे के पास और भी कई विकल्प की व्यवस्था है। शुद्धिकरण हो इससे किसी को ऐतराज नहीं लेकिन किसी भी बनी बनाई चीचों को नष्ट करके डेवलपमेंट किया जाए ये न्यायसंगत नहीं है। अधिकारियों को अन्य विकल्प की तरफ ध्यान देना चाहिए। हम अपने अधिकारियों से आग्रह करते हैं यहां आए मौका मुआयना करें और जो आपके पास विकल्प खुला हुआ है उसपर विचार करे। वैकल्पिक मार्ग कॉलोनी से इतर तलाशे। जिससे कॉलोनी के कर्मचारियों और बच्चों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।