Sonbhadra News: महीनों से क्षेत्र में विकास कार्य अवरूद्ध, समस्याओं को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने किया विकास खण्ड चोपन का घेराव.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
विकास खण्ड चोपन के अंतर्गत आने वाले चोपन गांव में ग्रामीणों की बहुत सी समस्या देखने को मिल रही है। सरकार की बहुत सी योजनाओं का लाभ मात्र एक सेक्रेटरी के न होने से रुकी है। महीनों सिर्फ ग्रमीणों को इस बात का आश्वासन मिलता रहा कि जल्द ही सेक्रेटरी की नियुक्ति कर रुकी सभी सेवाओं को बहाल किया जाएगा लेकिन महीनों बीत जाने के बाद चोपन गांव के ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया और एकजुट होकर विकास खण्ड पहुंच कर प्रदर्शन किया और मांग पूरी करने को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद की। प्रदर्शन के दौरान एडीओ पंचायत ने ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया और कहा जल्द ही आपकी जायज समस्या का हल हो जाएगा।

ग्रामीण अजय साहनी ने बताया कि ग्राम सभा चोपन में बहुत सारी परेशानी है। ब्लॉक स्तर से कोई समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। ये समस्या 2 महीने से और भी विकट हो गई है। ग्राम सभा में 2 महीने से सेक्रेटरी नियुक्त ही नहीं है, पता करने पर पता चला कि वो छुट्टी पर चल रही है। सेक्रेटरी न होने से बहुत सी परेशानियां गांव वालों को होती रहती है। गांव में कोई मृत होता है या किसी का जन्म होता है। उसका परिवार रजिस्टर नहीं बन पाने से प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पाता।

एक महीने बीत जाने के बाद तहसील का चक्कर लगाने की नौबत आ जाती है। इसके जिम्मेदार तो ग्रामीण नहीं सिर्फ विकास खण्ड चोपन है। तहसील दौड़ने में समय के साथ आर्थिक बोझ भी बढ़ता है। ग्रामीण जवाब चाहता है सेक्रेटरी की नियुक्ति क्यों नहीं हुई। कई बार उच्च अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी समस्या का हल नहीं हुआ। सिर्फ जानकारी मिली है सेक्रेटरी की नियुक्ति हुई है बस सुनने में आ रहा है। लेकिन अभी तक कोई सेक्रेटरी क्षेत्र में नहीं आया। चोपन गांव में मृतक है राजेंद्र जिनका बीमा कराया गया था।

लेकिन उनका रिपोर्ट इसलिए नहीं लग पा रहा है कि उसका परिवार रजिस्टर नहीं बना है। 3 महीने होने वाले हैं अगर परिवार रजिस्टर जल्द नहीं बना तो उनकी बीमा रद्द कर दी जाएगी। इसी तरह मनरेगा में भी समस्या देखने को मिल रही है। मनरेगा का कार्य कराने के बावजूद कई लाभार्थियों का पेमेंट नहीं मिला। एक अन्य ग्रामीण महिला गंगागली ने कहा कि अभी तक उनको आवास नहीं मिल पाया है। उनके पास खेती-बाड़ी कुछ नहीं है, मनरेगा के काम करने के बाद मजदूरी भी नहीं मिला और तो और इस समय मनरेगा का काम भी नहीं मिल रहा है। कई बार समस्या से अधिकारियों को अवगत कराने के बाद सब सुनवाई नहीं हो पाई।

गंगाजली को उम्मीद है कि प्रदर्शन करने के बाद हो सकता है की सुनवाई हो जाए। एडीओ पंचायत काशीराम ने बताया कि सेक्रेटरी की समस्या दूर कर दी गई है। शनिवार को पोस्टिंग हो गई है। जो सेक्रेटरी थी वो छुट्टी पर है, उनकी पूरी जिम्मेदारी नए सेक्रेटरी को दे दी गई है। बीच में छुट्टी होने की वजह से वह नहीं आ पाए। जो सचिव से संबंधित है सभी समस्या है वो हल हो जाएगा।

रही बात आवास की तो आवास का सर्वे किया जा रहा है। जिसके लिए अलग से कर्मचारी भी नियुक्त कर दिए गई है। बिजली को लेकर जो शिकायत है उसपर कार्य किया जा रहा है और भी लिखित शिकायत मिलेगी तो उसका जल्द से जल्द निवारण करा दिया जाएगा। रुके हुए मनरेगा के पेमेंट की जांच की जाएगी।