Sonbhadra News: दर्जनों की संख्या में बिजली सविंदाकर्मी बैठे धरने पर, जेई के आश्वासन पर धरना समाप्त.

Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
चोपन स्थित 33/11 के.वी. विद्युत उपकेंद्र के सविंदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे है। दर्जनों की संख्या में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि रोजाना उपस्थित दर्ज़ कराने के लिए शासन ने ऊर्जा जन शक्ति एप का उपयोग करने की गाइडलाइन जारी की है। लेकिन एप में टेक्निकल इशू की वजह से महीने में कई दिन उपस्थित दर्ज़ नहीं हो पाती जिस वजह से महीने की सैलेरी आधी बनी है। पिछले महीने भी यही हाल था शिकायत करने पर सही हो जाने का आश्वासन दिया गया लेकिन इस महीने भी उपस्थित की समस्या सही नहीं हुई। जिस वजह से मात्र 5000 की सैलरी आई है इसी में पेट्रोल का खर्चा और परिवार का भरण पोषण भी करना है, वहीं जेई ने कहा की समस्या का हल करने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।

सविंदा कर्मचारी गौतम कुमार ने बताया चोपन सब स्टेशन पर संविदा कर्मी के रूप में पिछले 10 वर्षो कार्य कर रहे है। लगातार 2 महीनों से सैलरी कट के आ रही है। ऊर्जा जन शक्ति एप में फेस के जरिए अटेंडेंस लगाना होता है। एप में अटेंडेंस लगाने में रोजाना समस्या होती है। सभी सब स्टेशनों के कर्मचारियों के साथ अमूमन स्थिति यही है। लेकिन बाकी जगह के की संविदाकर्मी पर ध्यान देकर उनकी सैलरी की समस्या का हल उनसे सम्बंधित जेई करा चुके है। लेकिन हमारे जेई हमलोगों की समस्या का हल कराने की पहल नहीं करते। एप से अटेंडेंस ना लगने पर जेई अटेंडेंस लगाकर उच्च अधिकारियों को भेज सकते हैं। सविंदाकर्मी ने बताया हम लोग के काम का कोई भी घंटा तय नहीं है, चौबीसों घंटा काम कराया जाता है।

बिजली विभाग की तरफ से ना पेट्रोल की सुविधा मिलती है और ना किसी अन्य तरह का सुविधा। जबकि 10 से 12 किलोमीटर की दूरी सब स्टेशन एरिया की है और हम लोगों को काम करने किसी भी समय पर कही भी जाना पड़ सकता हैं। सविंदा कर्मियों की सेलेरी भी बहुत कम है। अनस्किल्ड कर्मचारियों का 9 हज़ार तो स्किल्ड कर्मचारी का मात्र 11 हज़ार सैलरी है। इसी सैलेरी में हम लोगों को पेट्रोल खर्च देखना है और परिवार का भरण पोषण भी करना है। ओवर टाइम का कोई वैल्यू नहीं है। हमारी मांग यही है कि जो हम काम कर रहे हैं उसका मेहनताना जायज ही मिले और सैलरी कट के ना आए। 7 से 10 साल हो गया है कार्य करते फिर भी सैलरी नहीं बढ़ी। विभाग को 10 साल देने के बाद 5 हज़ार की मात्र सैलरी आई है।

वही चोपन सब स्टेशन के जेई संत कुमार ने कहा मामला संज्ञान में है। हमारी जो संविदा कर्मचारी है उनकी सैलरी किए गए कार्य के दिनों से इतर कट के आई है। इसकी जांच की जा रही है। जो जितने दिन कार्य किया है उसको इतने दिन की सैलरी देने के लिए विभाग को भेजा जाएगा निश्चित रूप से उनकी सैलरी पूरी मिलेगी। ऊर्जा जनशक्ति एप में बायोमेट्रिक माध्यम से अपनी उपस्थिति को कर्मचारी लगाते हैं। इसमें कोई गड़बड़ी है उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उनके द्वारा सही करके समाधान किया जाएगा। एप में टेक्निकल इश्यू आ रही है, जिस वजह से फेस रीडिंग करने के बावजूद बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं दर्ज हो रही।