Sonbhadra News: ओबरा में बेलगाम टीपरों का आतंक और प्रदूषण का कहर, नागरिकों में भय व्याप्त, प्रशासन की कार्रवाई शून्य.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
ओबरा तहसील के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के नागरिक इन दिनों एक गंभीर दुष्चक्र में फंसे हुए हैं। एक ओर जहां बेलगाम टीपर चालकों की जानलेवा रफ्तार और गैरजिम्मेदाराना रवैये ने उनकी जिंदगी को खतरे में डाल दिया है, वहीं दूसरी ओर इलाके में जारी अंधाधुंध खनन गतिविधियों के कारण फैल रहे जानलेवा प्रदूषण ने उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। इस भयावह स्थिति से त्रस्त होकर पूर्वाचल पत्रकार एकता समिति के नगर महासचिव अजीत सिंह ने आखिरकार क्षेत्र के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है।

इस ज्ञापन में उन्होंने इन गंभीर समस्याओं से एसडीएम को अवगत कराते हुए तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की पुरजोर मांग की है। आसपास रहने वाले नागरिक इन पत्थर लदे वाहनों की बेलगाम रफ्तार से बुरी तरह से परेशान हैं। इस मार्ग की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके एक तरफ प्रतिष्ठित कॉलेज स्थित है, तो दूसरी तरफ बिल्ली रेलवे स्टेशन और चारों ओर घनी आबादी फैली हुई है। ऐसे में तेज रफ्तार भारी वाहनों का आवागमन किसी भी समय एक बड़े और दर्दनाक हादसे को जन्म दे सकता है।विडंबना यह है कि शारदा मंदिर चौराहे जैसे व्यस्त स्थान पर लाखों रुपये खर्च करके एक पुलिस केंद्र तो स्थापित किया गया है, लेकिन उद्घाटन के बाद से ही वह धूल फांक रहा है। इसके बंद पड़े रहने से स्थानीय लोगों की सुरक्षा की उम्मीदें भी धूमिल होती जा रही हैं।

दूसरी ओर, गजराज नगर से लेकर बग्घा नाला तक सड़क के दोनों किनारों पर पत्थर, गिट्टी और भस्सी का विशाल ढेर लगा हुआ है। यह अवैध मलबा न केवल सड़क की चौड़ाई को कम कर रहा है, बल्कि दोपहिया वाहन चालकों, खासकर मोटरसाइकिल और साइकिल सवारों के लिए एक जानलेवा खतरा साबित हो रहा है। आए दिन इस मलबे के कारण वे फिसलकर चोटिल और घायल हो रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि इन तमाम गंभीर समस्याओं पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है। बिल्ली क्षेत्र में संचालित खदानों से निकलने वाले विशालकाय टीपर अक्सर अपनी क्षमता से कहीं अधिक माल भरकर सड़कों पर दौड़ते हैं। इसका प्रत्यक्ष परिणाम यह होता है कि ओबरा-चोपन जैसे व्यस्त मुख्य मार्ग पर आए दिन बड़े-बड़े पत्थर, गिट्टी और भस्सी गिरते रहते हैं।

यह जानलेवा मलबा न केवल सड़क यातायात को बाधित करता है, बल्कि पैदल चलने वालों और अन्य वाहन चालकों के लिए भी एक गंभीर खतरा बन गया है। इन खतरनाक परिस्थितियों के चलते क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं अब आम बात हो गई हैं। कुछ दिन पहले घटी एक हृदयविदारक घटना ने तो पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया था। नगर पुलिस उपाधीक्षक (सीओ सिटी) चारु द्विवेदी जब अपनी सरकारी गाड़ी से जा रही थीं, तभी खनन क्षेत्र से निकले एक अनियंत्रित टीपर ने उनकी गाड़ी को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। यह ईश्वर की कृपा ही थी कि इस भीषण हादसे में सीओ सिटी और उनके चालक बाल-बाल बच गए।