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Sonbhadra News: प्रतिबंध मांगूर मछली को लूटने की ग्रामीणों में मची होड़, लाखों की मछली पकड़ने के बाद नष्ट कर रहा था प्रशासन.

Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरों सोनभद्र।

सोनभद्र।

भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित मांगुर मछली की बड़ी खेप को मंडी सचिव की सटीक सूचना पर पकड़ने में बड़ी क़ामयाबी मिली है। पकड़े गए डीसीएम वाहन से कुल 20 कुंतल से अधिक मछलियां पाई गईं। इन मछलियों को रांची से चोरी-छुपे लाने की बात कही जा रही है। मत्स्य विभाग के अपर निदेशक राजेंद्र श्रीवास्तव ने प्रतिबंधित मछलियों की खेप बरामद होने की पुष्टि की है।

पकड़े गए प्रतिबंधित मछलियों की खेप को एसडीएम सदर उत्कर्ष द्विवेदी के निर्देश पर राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के तिलौली गांव में निस्तारण के लिए ले जाया गया। तालाब किनारे जेसीबी से गड्ढा खोदकर मछलियों को दफनाने की कोशिश की गई। इस दौरान ग्रामीणों ने यह कहकर विरोध शुरू कर दिया कि इतनी मछलियों को दफनाने से दुर्गंध फैलेगी। हालांकि काफी मान मनुअल के बाद भी विभागीय टीम और ग्रामीणों के बीच नोंकझोंक होती रही।

इस दरमियान ग्रामीणों द्वारा मछलियां लूटकर भागने का सिलसिला शुरू हो गया और अफरातफरी के माहौल के बीच डीसीएम चालक मौका देख वाहन लेकर फरार हो गया। मत्स्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार मछलियां रांची से मिर्जापुर के राजगढ़ ले जाई जा रही थीं। बता दे कि भारत सरकार ने मांगुर मछली को बैन किया है। अफ्रीकी प्रजाती की यह मछली बैन करने के बाद भी भारत में अवैध रूप से इसे पाली जा रही है। मांगुर मछली के पालन से पर्यावरण और स्थानीय मछलियों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। मांगुर मछली के पालन से होने वाले नुक्सान को देखते हुए सरकार ने इसे भारत में बैन किया है।

मांगुर मछलीयों को पकड़े जाने पर किसी सुरक्षित जगह पर छह फुट मिट्टी की खुदाई कर उसे दफनाने का नियम है। प्रतिबंधित करने का सबसे बड़ा कारण जल निकायों में इकोसिस्टम का संतुलन बिगड़ना है। यह मछली पानी में रहने वाली अन्य मछलियों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को खत्म कर देती है, साथ ही अन्य मछलियों के बच्चे और अंडे को खा लेती है, जिससे स्थानीय मछलियों का जीवन खतरे में पड़ जाता है। सरकार ने इन समस्याओं से निपटने और स्थानीय जल निकायों और इकोसिस्टम को संरक्षित करने के उद्देश्य से मांगुर मछली पर प्रतिबंध लगाया है। इसका उद्देश्य पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना और जनस्वास्थ्य की रक्षा करना है।

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