Sonbhadra News: निर्माणधीन नाली के विरोध में उतरे रहवासी, मानक के विपरीत हो रहे कार्य से नाराज है स्थानीय जनता.

Story By: विकास कुमार हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
ओबरा नगर पंचायत के वार्ड-5 सरदार पटेल नगर में हो रहे नाली निर्माण को लेकर स्थानीय लोग मुखर हो गए। स्थानीय लोगों का आरोप है की नाली के निर्माण में अनिमियता बरती जारी है और मानक के अनुरूप नाली का निर्माण नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते सरकार के पैसों का बंदरबाट किया जा रहा है और संबंधित ठेकेदार अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।

लोगों के विरोध का भी ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। जिस वजह से स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। कार्य के दौरान नाबालिग लड़की भी कार्य करती देखी गई जो बनाये गए नियमों के विरूद्ध है। स्थानीय लोगों ने जांच करने की मांग की है। स्थानीय लोगों की मांग है कि मानक के अनुरूप नाली का निर्माण कराया जाए और इसकी जद में आने वाले जो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनको दुरुस्त किया जाए।

अगर मानक के अनुरूप नाली निर्माण नहीं होगा तो आने वाले एक-दो सालों में नाली फिर से खराब होगी फिर से वही प्रक्रिया होगी इसके बाद मकान को फिर से क्षतिग्रस्त करके नाली का निर्माण कराया जाएगा जिससे धन और समय का दुरुपयोग होता रहेगा। स्थानीय रहवासी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान बताया कि जो वार्ड में नाली का निर्माण किया जा रहा है वो गलत तरीके से बनाई जा रही है। नाली को अपने मन माफिक चहेतों के कहने पर टेढ़ा करके बनाया जा रहा है। इस वजह से कई मकानों के हिस्सों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है।

रहवासी ने बताया कि नाली निर्माण में मानक के अनुरूप मटेरियल सही नहीं डाला जा रहा है। 35 साल पहले बने नाली के बाद अब नाली का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन मानक के विपरीत कार्य होने से अधिकतर लोग नाराज़ है। जिस वजह से साल भर बाद आगे चलकर नाली खराब हो जाएगा। फिर नाली बनने की प्रक्रिया होगी फिर लोगों के घर क्षतिग्रस्त करने का कार्य किया जाएगा।

नाली को बनाने के लिए लगाई जा रही जाली में सरिया की दूरी ज्यादा है और सरिया की साइज जो मजबूती के लिए लगानी चाहिए वो नहीं लगाई जा रही है। जिम्मेदार अधिकारी से लेकर के कार्यदायी संस्थान के ठेकेदार मौके पर नहीं आते। जिस वजह से मनमाना कार्य करके धन को बचाने का काम हो रहा इस वजह से नाली का निर्माण घटिया होता जा रहा है।

मौके पर मौजूद सभासद राजू साहनी ने बताया कि नाली का विरोध वही कर रहे है। जिनका नाली के निर्माण की जद में माकान का पिलर आ रहा है। आरोप को सभासद ने निराधार बताते हुए कहा कि नाली का निर्माण मानक के अनुरूप ही हो रहा है। सामग्री भी इस्टीमेट के हिसाब से उपयोग में लाई जारी है। नाली निर्माण में लग रही सरिया की जाली भी सही लगाई जा रही है।

हालांकि सभासद ने बताया कि नाली निर्माण के समय एक ही बार संबंधित कार्य के जेई आये है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी भी मौका मुआयना करने आये थे एक बार। बताते चले की जिस नाली का निर्माण किया जा रहा है उसका आवंटन 15वां वित से मिले धन की मद से किया जा रहा है। जिसकी लागत 14 लाख 41000 बताई जा रही है।

पंचशील नामक कार्यदायी संस्था नाली का निर्माण करा रही है। यह कार्य 2024 में हुए टेंडर में पास हुआ था हालांकि कितने दूरी तक के नाली का निर्माण होना है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन जिस तरह से ठेकेदार काम न कराकर दूसरे से कार्य करा रहे वो गलत है। कार्य के दौरान नाबालिग लड़कियों से भी कार्य कराता पाया गया। जो शासन की मंशा के नियम के विरोध है। जिसपर जांच होनी चाहिए।