Chandauli Video: सीएम योगी ने कहा, एक संत एक योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता, बल्कि वह उनको अपने कदमो पर चलने को मजबूर कर देता है.
Story By: संतोष, ब्यूरो हेड, चंदौली।
चंदौली। जिले के रामगढ़ में आयोजित अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी के 425 वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में यूपी के सीएम भी शामिल हुए।
हेलीपैड पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सहित जनप्रतिनिधियों ने पुष्प भेंट कर सीएम का स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर में दर्शन पूजन कर बाबा का आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर परिसर में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे 18 करोड़ 36 लाख रूपए के प्रथम पेज के कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने विकास कार्य के माडल के माध्यम से मुख्यमंत्री को जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शेष कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिया।
मौके पर उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे पूज्य बाबा कीनाराम की 425वीं पावन समारोह के अवसर पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आज से 425 वर्ष पहले बाबा कीनाराम ने इसी गांव में इसी स्थान पर अपने दिव्य अवतरण के माध्यम से तत्कालीन समाज की कुरीतियों को दूर करने के लिए एक दिव्य साधना को आगे बढ़ाने का काम किया था। मुझे आप सबके बीच आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैं इस अवसर पर पूज्य अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी के श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन करते हुए आप सबका हृदय से अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं।
सीएम योगी ने कहा कि मैं इसे बाबा की ही कृपा मानता हूं कि मुझे आज सोनभद्र में रहना था और मैं आ गया बाबा के श्री चरणों में। मेरा यह मानना है कि बाबा की कृपा के बगैर यह संभव नहीं था। यह सच है कि जन्म से ही वे एक दिव्य विभूति थे। उनका जन्म एक कुलीन परिवार में हुआ था। उन्होंने साधना के माध्यम से सिद्धि प्राप्त की और सिद्धि प्राप्त करने के बाद अक्सर ऐसा होता है। जब सिद्धि किसी को प्राप्त होती है तो वह उसके मद में फिर कुछ नहीं देखता किसी को नहीं समझता। प्रभुता पाई काई मद नाही, संत तुलसीदास जी ने भी लिखा है।
लेकिन बाबा ने अपनी साधना का उपयोग, इस सिद्धि का उपयोग राष्ट्र के कल्याण के लिए लोक कल्याण के लिए किया। उस समय समाज की बिगड़ती हुई स्थिति को देखते हुए कि ये देश क्यों गुलाम हुआ। क्यों विदेशी आक्रांता सफल हुए। एक तरफ उन्होंने समाज को जोड़ने का काम किया। दलितों को आदिवासियों को गिरवासियों को बिना भेदभाव से मुक्त एक ऐसे समाज की स्थापना का अलख जगाया था। जो एक अघोराचार्य के द्वारा ही संभव था एक योगी के द्वारा ही संभव था। एक संत के द्वारा ही संभव था।
उच्च कुलीन परिवार में जन्म लिया लेकिन उन्होंने कहा नहीं जाति पाति भेदभाव को छोड़ना होगा तभी देश सुरक्षित हो पाएगा और यहां के दलितों को वनवासियों को यहां के जनजातीय समुदाय को उन्होंने बड़ी संख्या में अपने शिष्य के रूप में स्वीकार करते हुए उनके जीवन को सुदृढ़ करते हुए अनेक कार्यक्रम चलाएं। वही दूसरी तरफ मुगल आक्रांताओं को भी उस समय सबक सिखाने के लिए शाहजहां को भी डपट करके भगाने का काम किया था। जो उनके चमत्कार को देखने की प्रतीक्षा कर रहा था।
उन्होंने विदेशी आक्रांता को उसे समय के जो शासक थे उनको फटकार लगाई थी। यह चीज दिखाती है कि एक संत एक योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है। बल्कि वह अपने कदमों पर उनको चलने के लिए मजबूर करता है। यह कार्य आज से 425 वर्ष पूर्व इसी रामगढ़ गांव में जन्मे पूज्य बाबा अघराचार्य कीनाराम जी ने अपने दिव्य साधना के माध्यम से हम सबके सामने प्रस्तुत किया है। उनके चमत्कार के अनेक किस्से हैं। उन्होंने सभी साधना विधियों को एक साथ जोड़कर काशी के क्री कुण्ड को भी पवित्रता प्रदान की। आज भी वह विभुति दिव्यता पूरे स्थान पर, साधना स्थल पर हम सभी को देखने को मिलती है।
सीएम योगी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि जब चंदौली में मेडिकल कालेज का निर्माण हो रहा था। यहाँ के सांसद और केन्द्रीय मंत्री एवं यहाँ के अन्य जनप्रतिनिधिनयों आदि सभी ने मांग की कि बाबा कीनाराम जी के नाम से कुछ कार्य हो जाए। उसी समय जनपद में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का नाम बाबा कीनाराम के नाम से रखा गया। हमारा सौभाग्य है कि पूज्य संत के चरणों में हम कुछ समर्पित कर पाए। वह मेडिकल कालेज जो लोक कल्याण का आरोग्यता का उत्तम मध्यम बनेगा उसका नामकरण पूज्य बाबा के नाम पर करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा आज भी सूक्ष्म दृष्टि से पूरी व्यवस्था का संचालन कर रहे है। ऐसे सिद्ध योगी अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी के चरणों में आज हर तबका आता है और बाबा का आर्शीवाद लेता है। बिना भेद-भाव के उस समय जो समाज सुधार के कार्य किए थे अघोरपीठ ने आज भी जारी रखा है। यह कार्यक्रम आज भी उसी रूप मे चल रहे है और निरन्तर चलते रहना चाहिए क्योकि बाबा का संदेश/उद्देश्य है कि बिना भेदभाव से समाज को जोड़ना, विधवा विवाह को प्रोत्साहित करना, महिला शिक्षा को प्रोत्साहित करना, कुष्ठ रोगियो की सेवा करना, दीन दुखियों के साथ खड़ा होना, लोक मंगल के कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना है।
उन्होंने कहा कि हम सबका कार्य सब कुछ समर्पण देश के नाम होना चाहिए। हर काम देश के नाम होना चाहिए, राष्ट्र -प्रथम के भाव से कार्य करना होगा और इस भाव के साथ जो भी कार्य होगा वह बाबा के श्री चरणों में आशीर्वाद जरूर प्राप्त होगा। आज के इस अवसर पर इस पीठ के वर्तमान पीठाधिपति अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम जी को हृदय से बधाई देता हूं कि 425 वी पावन जयंती के कार्यक्रम में हम सबको आने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि बाबा की कृपा हमारे पूरे काशी क्षेत्र पर बनी रहे। इस विश्वास के साथ बाबा कीनाराम जी के 425 वी पावन जयंती पर हृदय से अभिनंदन एवं नमन करता हूं।
इस दौरान बाबा सिद्धार्थ गौतम ने शॉल और मोमेंटो देकर मुख्यमंत्री सम्मान किया। मंदिर परिसर में कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, राज्य सभा सांसद द्वय दर्शना सिंह, साधना सिंह, उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड, सैयदराजा विधायक शुशील सिंह, मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल, चकिया विधायक कैलाश खरवार, जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा, जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह, सूर्यमुनि तिवारी, मंदिर प्रबंधक अजीत सिंह,संचालक धनंजय सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।