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Rajyasabha News: सांसद दर्शना सिंह ने राज्यसभा में कहा, देश में सस्ती और पर्याप्त बिजली के लिए नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की जरूरत.

Story By: विवेकानंद केशरी।

Rajyasabha News:। वर्तमान दौर में विश्व के समस्त देश ऊर्जा के अन्य श्रोतो से बिजली उत्पादन के क्षेत्र में लगातार प्रयासरत है। वही 140 करोड़ की आबादी वाला भारत भी अब ऊर्जा के नए श्रोतो से बिजली उत्पादन के क्षेत्र में जुटा हुआ है। आने वाले समय में बिजली की बढ़ती खपत को देखते हुए राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने भारत के उच्च सदन में ऊर्जा नवीकरण के महत्त्वपूर्ण विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि हमारा देश माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत 2047 की ओर अग्रसर है। जिसमे ऊर्जा उत्पादन जैसे विषय का बहुत बड़ा योगदान है। अपने संबोधन में दर्शना सिंह ने सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा की उपलब्धियों और भविष्य के लक्ष्यों को साझा किया और देश के ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव लाने में सरकार की भूमिका की भी चर्चा की। 

राज्यसभा सांसद ने ऊर्जा नवीकरण के लिए सरकार द्वारा हाल ही पेश किये गए बजट की कोटि कोटि प्रशंसा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया। सांसद दर्शना सिंह ने बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। भारत अपने ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़े बदलाव के दौर में है। सरकार की ऊर्जा नीतियां स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि हम जिम्मेदारी के साथ तथा दीर्घावधि उपयोग को ध्यान में रखते हुए इस ऊर्जा बदलाव को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सांसद दर्शना सिंह कहा कि भारत का गैस आधारित अर्थव्यवस्था में बदलाव, स्वदेश में उत्पादित जैव ईंधन, नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता उपायों से कार्बन उत्सर्जन की मात्रा में महत्वपूर्ण कमी आएगी। हमारा प्रयास है कि तेल और गैस आधारित अवसंरचना का निर्माण किया जाए और सभी नागरिकों को किफायती ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

रिपोर्ट में इस बात की तस्दीक की गई है कि भारत गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। तेल स्रोतों की विभिन्नताओं और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों के विकास के बारे में सांसद दर्शना सिंह ने कहा कि हम तेजी से इस रास्ते पर बढ़ रहे हैं। देश 2030 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित करने और डीजल में 5 प्रतिशत बायो-डीजल मिश्रित करने का लक्ष्य हासिल कर लेगा। राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति में अपशिष्ट से संपत्ति निर्माण को विशेष महत्व दिया गया है। हमारा लक्ष्य कृषि अवशेषों एवं घरों से निकलने वाले अपशिष्टों से विभिन्न प्रकार के जैव ईंधन तैयार करना है। सांसद दर्शना सिंह ने आज सदन में अपना विषय रखने के लिए सभापति , उपसभापति का भी आभार व्यक्त किया।

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