Chandauli News: शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गवर्नर ने डॉ. सरिता मौर्य को किया सम्मानित.

Story By: पूर्वांचल भास्कर डेस्क।
चंदौली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने महिला सशक्तिकरण एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर लखनऊ राजभवन में डॉ. सरिता मौर्य सहित दर्जनों महिलाओं को सम्मानित किया। आपको बता दें चहनियां क्षेत्र के छोटे से गांव जगरनाथपुर की रहने वाली डॉ. सरिता मौर्य को विगत कई वर्षों से समाज में विधवा महिलाओं, बेटियों, पर्यावरण, मतदाता जागरूकता, स्वच्छता अभियान, परिवहन जागरूकता, महिला साक्षरता, महिला साइबर, लॉकडाउन के समय क्वारंटाइन शिविरों में भोजन व राहत सामग्री के साथ महिलाओं में सेनेटरी पैड्स के प्रति जागरूकता को लेकर लगातार कार्य किया।

लॉकडाउन के समय डॉ. सरिता मौर्य के द्वारा सेनेटरी पैड्स बांटे गए तो महिलाओं द्वारा कहा गया, “हम महिलाओं को रोटी से ज्यादा जरूरी है सेनेटरी पैड्स।” इन सब अच्छे कार्यों से प्रभावित होकर यूपी की राज्यपाल ने लखनऊ राजभवन के गांधी सभागार में डॉ. सरिता मौर्य, समाज सेविका को शिक्षण एवं समाज सेवा में प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। वह अपने ग्राम सभा की पहली महिला बनीं। इनको चंदौली की बेटी उपनाम से भी जाना जाता है। वर्तमान समय में वह अपने न्याय पंचायत की उपसभापति भी हैं।

इसके पूर्व भी डॉ. मौर्य राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयरन लेडी अवार्ड, बेटियां अवार्ड, नारी एक शान अवार्ड से सम्मानित हैं, नेपाल राष्ट्र के राष्ट्रपति, गवर्नर, प्रधानमंत्री द्वारा एशिया कॉन्टिनेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है, चंदौली के जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक द्वारा भी सम्मानित की जा चुकी हैं। डॉ. सरिता मौर्य फोन वार्ता पर यह भी बताया कि वह सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में नैक की सदस्य भी हैं, विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बहुत व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए शास्त्री में एडमिशन के लिए इंटरमीडिएट में संस्कृत की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। विश्वविद्यालय के बच्चों द्वारा अहिल्याबाई होलकर पर राजभवन लखनऊ में गवर्नर के सामने नाटक भी प्रस्तुत किया गया।