Sonbhadra News: मंत्री संजीव गोंड़ ने निकाला जमकर भड़ास, नवनिर्मित भवन उद्घाटन समारोह में अनादर से नाराज थे राज्यमंत्री.
Story By: अनुज जायसवाल, ब्यूरो सोनभद्र।
सोनभद्र। भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा विवाद में रहने वाला अनपरा नगर पंचायत ने एक और विवाद को जन्म दे दिया है। जिसपर चारों तरफ से लोगों ने नकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जब से अनपरा नगर पंचायत बना है तब से अनपरा नगर पंचायत का कोई वजूद ही नहीं सिर्फ मनमानी की जाती है नगर पंचायत से संबंधित लोगों द्वारा।
ताजा मामला विवाद का बुधवार को सामने आया जब अनपरा नगर पंचायत के नव निर्मित भवन का उद्घाटन समारोह होने पर सूबे के समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव गोंड नवनिर्मित भवन के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जहां वो मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। मंत्री संजीव गोंड का काफ़िला जैसे ही कुबरी नव निर्मित भवन पर पहुंचा तो गेट पर उनको रिसीव करने वाला कोई भी नगर पंचायत का जिम्मेदार नहीं था। मन मारकर आगे बढे थे कि उन्होंने देखा की पूजा की शुरुआत हो चुकी है।
इस दौरान किसी ने भी उन्हें पूजा में नहीं बैठाया, ना ही शिलापट्ट लगाया था यह देख मंत्री आग बबुला हो गए और कार्यक्रम का बहिष्कार तक का ऐलान कर डाला, उन्होंने बताया कि ना ही उनके प्रोटोकॉल का पालन किया गया और ना ही भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। अपने ही विधान सभा में मंत्री संजीव गोंड़ के अनादर से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी भारी आक्रोश देखने को मिला। मंत्री संजीव गोंड ने कहा कि जब मंत्री, विधायक का सम्मान नगर पंचायत में नहीं किया जा रहा है तो आम जनता की क्या सुनवाई होती होगी। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी और अध्यक्ष को खरी खोटी भी सुनाया कि जब स्वयं ही पूजा करना था तो उन्हें क्यों बुलाया गया। हालांकि मानमनौल के बाद मंत्री संजीव गोंड़ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
वही अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा ने बताया कि मंत्री संजीव गोंड़ कुछ देर के लिए नाराज हुए थे। लेकिन उनकी नाराजगी क्षणिक थी। हालांकि नाराज़गी दूर होने के बाद मंत्री पूजा में भी शामिल हुए उसके बाद फीता काटकर कार्यालय का उद्घाटन भी किया। नगर पंचायत की तरफ से मंत्री की स्वागत की पूरी व्यवस्था थी। 12 बजे के बाद पूजा का मुहूर्त नहीं था इस वजह से पूजा को 11 बजे ही शुरू कर दिया गया था। जिससे मंत्री संजीव गोंड़ नाराज हो गये। मंत्री की आने की सूचना हमलोगों तक नहीं पहुंची और दूसरी बात पूजा से उठना सही नहीं था। माफी मांगने से वो मान गए। बस पूजा में बैठने से हम उनको फ़ॉलोवउप नहीं कर पाए।