Sonbhadra News: सरकार की उदासीनता से पाषाण काल में जीने को मजबूर ग्रामीण, सड़क न होने से मरीज को खाट पर ले जाने का वीडियो वायरल.
Story By: अनुज जायसवाल, अनपरा।
सोनभद्र।
अनपरा के कुलडोमरी क्षेत्र से शुक्रवार को एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें कथित तौर पर एक मरीज़ को खाट पर लेटाकर उपचार के लिए ले जाया जा रहा है। वायरल वीडियो बीते बुधवार का बताया जा रहा जिसे गांव के ही युवक ने बनाकर वायरल किया था। शुक्रवार को वायरल वीडियो के बारे में जब जानकारी ली गई तो कुलडोमरी टोला खोडिया निवासी लालाबाबू पुत्र संतराम भारती ने बताया कि वीडियो बुधवार का है, उस दिन उनके पिता की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें खाट पर लेटाकर ले जाया जा रहा था। बस्ती में सड़क न होने से अक्सर बरसात के मौसम में इस तरह की कठिनाईयों का सामान करना पड़ता है क्योंकि यहां सरकारी सेवा की ऐंबुलेंस नहीं पहुंच पाती।
संतराम के पुत्र ने बताया 12/13 अगस्त को पिताजी को उल्टी, दस्त की शिकायत के बाद तबीयत खराब हुई और फिर 14 अगस्त को उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए खाट पर ले जाया जा रहा था तो गांव के ही युवक ने वीडियो वायरल कर दिया। डिबुलगंज से उन्हें दुद्धी सीएचसी ले जाया गया जहां उपचार बाद उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा। बस्ती के ही युवक ने बताया सड़क न होने से स्कूली छात्रों को पढ़ाई के लिए जाने में दिक्कत होती है। बस्ती के लोगों को मोटरसाइकिल दूसरे गांव या घरों में खड़ी करनी पड़ती है क्योंकि सड़क ही नहीं है। खोडिया के पाल बस्ती के ग्रामीणों को सड़क न होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा क्षेत्र में तकरीबन 10 से 12 हजार आबादी का आवागमन प्रतिदिन होता है।
यहां के बच्चे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद 10 से 12 किलोमीटर दूर मेणरदह के लिए जाते हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि जोगिंदरा की तरफ से आने वाले सड़क को खोडिया स्कूल तक बनाकर छोड़ दिया गया है जबकि उसे खजूरा स्कूल तक मिलाना था। बिरनी बड़ा पानी टंकी से देवल पाल के घर तक खोडिया वाले सड़क में मिलाना था। वर्ष 2017 में मनरेगा के तहत कार्य कराया गया सड़क अब भी कच्ची ही है। दोनों सड़कों की दूरी करीब 7 किलोमीटर है, इसी तरह बिरन बहरा पानी टंकी से 6 किलोमीटर खोडिया वाली सड़क पाल बस्ती में मिलाना था। खोडिया बस्ती में लगभग 12000 हजार से भी अधिक लोगों का आवागमन होता है। बस्ती में एक नदी पड़ती है, जिसपर छोटा पुल होने से नदी का पानी उपर से बहता है जिस कारण बच्चे अक्सर स्कूल नहीं जा पाते, शिकायत बाद अबतक जिम्मेदारों ने संज्ञान नहीं लिया। ग्रामीणों ने मामले को संज्ञान में लेकर उचित कदम उठाने की मांग की है।