Sonbhadra News: क्रेशर ओनर्स एसोसिएशन के चुनाव के मतदान में पत्रकारों का प्रवेश वर्जित, पोस्टर चस्पा से पत्रकारों में नाराजगी.
Story By: विकास हलचल, ओबरा।
सोनभद्र।
डाला बिल्ली क्रेशर ओनर्स एसोसिएशन चुनाव वर्ष 2024- 2025 को लेकर जहां सरगर्मियां तेज़ है। एसोसिएशन को लेकर जहां सोमवार को चुनावी मतदान प्रक्रिया जारी है तो वही एक पोस्टर चस्पा होने से बवाल की स्थिति देखने को मिली। पत्रकारों का प्रवेश वर्जित पोस्टर चस्पा से हर कोई हैरानी में था।
आखिर किस वजह से प्रवेश वर्जित का पोस्टर चस्पा किया गया है ये समझ से परे है। हैरानी की बात है कि पोस्टर में चुनाव अधिकारियों के हस्ताक्षर भी है। जैसे ही पत्रकारों को इस बात की जानकारी हुई उन्होंने इसका विरोध किया। विरोध को देखते ही चस्पा पोस्टर को कुछ जगहों से हटा दिया गया। हालांकि ये खबर आग की तरह पूरे जिले में फैल गई।
बता दे कि 10 साल बाद हो रहे डाला बिल्ली क्रेशर ओनर्स एसोसिएशन चुनाव को लेकर खड़े व्यवसायी के समूह ने आखिर पत्रकारों को वर्जित करने का फैसला क्यों किया। क्षेत्र से जुड़े जानकर बताते है कि सबसे अमीर संगठन के चुनाव में कभी भी पारदर्शिता नहीं रखी जा सकती इसी को लेकर पत्रकारों को दूर करने की कवायद की जा रही है।
क्योंकि खनन क्षेत्र में कभी भी नियमों से कार्य नहीं होता है। अपनी कमियों को खननकर्ता और क्रेसर व्यवसायी हमेशा छुपाने की कोशिश करते आये है। समय-समय पर अवैध खनन का खबर चलने से भी सकते में है रहते है खनन व्यवसायी। वैसे भी सोनभद्र अवैध खनन को लेकर विख्यात रहा है।
पत्रकारों के प्रवेश वर्जित के पोस्टर चस्पा के वायरल होने पर पत्रकारों के अलावा किसी की भी टिप्पणी सामने नहीं आई है। डिग्री कॉलेज रोड के पास बने चुनावी बूथ की वजह से रोड जाम की स्थिति भी देखने को मिली। स्कूली वाहनों सहित कई वाहन घण्टों फसी दिखी।
भारी उमश में पीने की पानी से लेकर कई चीज़ों की हो रही दिक्कतों से कोई को सरोकार नहीं। सबसे बड़ी बात क्या चुनाव में जीते हुए प्रत्यासी की बात सभी खनन व्यवसायी मानेंगे, क्या खनन क्षेत्र में पारदर्शिता बनेगी, क्या अवैध खनन और परिवहन पर चुनकर आने वाले पदाधिकारी रोक लगाने में कामयाब होंगे।