Chandauli News: पूर्व सपा विधायक का बड़ा आरोप, गंगा कटान के लिए लगाए गए 10 करोड़ के पत्थर में हुआ भ्रष्टाचार, गंगा में समा गई सुरक्षा दीवार.
"पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने चेताया कि जब 10 करोड़ के पत्थर गंगा कटान रोकने में नाकाम रहे, तो बालू भरी बोरीयां कैसे कटान रोकेंगी। जिला प्रशासन प्रकरण की जांच कर सरकारी धन का बंदरबांट करने वाले ठेकेदार व सफेदपोश नेताओं के खिलाफ कार्यवाही करे, ताकि जनता को गंगा कटान जैसी विभीषिका से राहत मिल सके। नहीं तो जनता के आक्रोश का सामना करने के लिए तैयार रहे"
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8:02 PM, Oct 16, 2025
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गंगा कटान रोकने के लिए बनाये गए सुरक्षा दिवार में हुए घोटाले को बताते पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्लू
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Story By: खुशहाल पठान.
चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू आमजन की शिकायत पर गुरुवार को महुजी गांव का दौरा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने गांव में गंगा कटान से हुई क्षति का जायजा लिया और शासन-प्रशासन व सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार व सरकारी धन के बंदरबांट जैसे गंभीर आरोप लगाए। कहा कि एक माह पूर्व जो सड़क अस्तित्व में थी, वह गंगा कटान रोकने के लिए किए गए गलत डिजाइन के कारण गंगा में समा चुकी है। अब गांव व घरों को कटान से खतरा है।

उन्होंने कहा कि जनपद में गंगा कटान की समस्या से निजात दिलाने के लिए उन्होंने लंबे समय तक संघर्ष किया और पदयात्रा कर सत्ता-शासन को जगाने का काम किया। इसके बाद सरकार ने कटान रोकने के लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए, जिससे जगह-जगह काम हुए। लेकिन कटान रोकने के लिए जो पत्थर लगाए गए, उनकी डिजाइन गलत होने के कारण कटान और तेज हो गया है। जब कुछ दिनों पहले इसकी शिकायत की गई तो जिलाधिकारी ने सर्वे का काम किया, लेकिन वे महुजी न आकर सर्वे के लिए गुरैनी चले गए।
मामला संज्ञान में आने पर विभाग के मंत्री का भी दौरा हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से सत्ता पक्ष के स्थानीय विधायक के दबाव के कारण वह भी महुजी नहीं गए, बल्कि दूर नरौली गांव पहुंचकर निरीक्षण की औपचारिकता पूरी कर चले गए। अब लगभग पखवाड़े पहले महुजी गांव की सड़क गंगा कटान की चपेट में आकर ध्वस्त हो चुकी है। इसके बाद जब ग्रामीणों ने अपने गांव व घरों के अस्तित्व पर लगे खतरे की शिकायत की तो आनन-फानन में ठेकेदार द्वारा कटान से हुए नुकसान की लीपापोती की जा रही है। वर्तमान में ठेकेदार बालू भरी बोरीयों से कटान रोकने का प्रयास कर रहा है।

कहा कि जब 10 करोड़ के पत्थर गंगा कटान रोकने में नाकाम रहे तो मामूली बालू भरी बोरीयां कैसे कटान रोकेंगी। इसलिए जिला प्रशासन अपने दायित्व व जिम्मेदारियों को समझे और प्रकरण की जांच कर कटान रोकने के लिए समुचित प्रबंध करे। साथ ही सरकारी धन का बंदरबांट करने वाले ठेकेदार व सफेदपोश नेताओं के खिलाफ भी कार्यवाही करे, ताकि जनता को गंगा कटान जैसी विभीषिका से राहत मिल सके, अन्यथा जनता के आक्रोश का सामना करने के लिए तैयार रहे।