Chandauli News: आधा दर्जन गांवों में चन्द्रप्रभा और गड़ई नदी ने मचाई तबाही, जगदीशपुर में ग्रामीणों से मिले बिना चले गए डीएम, दिखा रोष.
"जगदीशपुर गांव के ग्राम प्रधान संजय सिंह और वहां मौजूद ग्रामीणों ने दुखी मन से कहा कि बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करने के दौरान जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग पुलिस अधीक्षक के साथ सोमवार की दोपहर जगदीशपुर गांव पहुंचे। लेकिन डीएम साहब अपने सरकारी गाड़ी से नीचे उतरकर ग्रामीणों से मिलना भी मुनासिब नहीं समझे। ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश भी दिखा"
chandauli
11:07 PM, Aug 25, 2025
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Story By: अजीत जायसवाल, बबुरी.
चंदौली। बाढ़ की विभीषिका के 48 घंटे बाद भी लोगों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। जिले के सदर तहसील के दर्जनों गांव चंद्रप्रभा नदी और गड़ई नदी के बाढ़ से काफी प्रभावित हुए हैं। कई गांव की स्थिति तो ऐसी हो गई है कि वहां चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। आलम यह है कि लोगों को सरकारी मदद तक नहीं पहुंच पाई। वहीं, इस बाढ़ की विभीषिका के दौरान तेज बहाव के बीच बच्चे और युवक मस्ती करते भी नजर आए। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जिलाधिकारी सिर्फ गाड़ी पर बैठकर जा रहे हैं और ग्रामीणों से मिल भी नहीं रहे हैं। सदर तहसील के जरखोर, भटपुरवा, जगदीशपुर, कुरई, पैतुआ और चनहटा गांव में चंद्रप्रभा नदी ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। सदर एसडीएम दिव्या ओझा की बाढ़ प्रभावित गांवों में लगातार जा रही हैं और लोगों से मिल रही हैं। ग्रामीणों ने एसडीएम की तारीफ भी की।

जगदीशपुर गांव में तेज भाव के बीच मस्ती करते युवक और बच्चे
जिले के सदर तहसील क्षेत्र के सांसद आदर्श ग्राम योजना में 2014 से 2019 तक चयनित रहे जरखोर गांव में चन्द्रप्रभा नदी का पानी घुस गया है। जबकि भटपुरवा और जगदीशपुर ग्राम सभा चन्द्रप्रभा नदी के बाढ़ में टापू में तब्दील हो गये हैं। जगदीशपुर गांव पूरी तरह टापू में तब्दील हो गया है और भटपुरवा गांव भी चारों तरफ चन्द्रप्रभा नदी के बाढ़ से घिर गया है। दोनों गांवों में दर्जनों कच्चे मकान गिर गए हैं। जबकि बाढ़ के कारण पक्के मकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ की चपेट में आकर ग्रामीणों के घर में रखा सारा सामान बर्बाद हो गया है।

बाढ़ में टापू बने भटपुरवा गांव गार्डन भर पानी से होते हुए बाहर निकलते ग्रामीण
मवेशियों को खाने के लिए चारा तक नहीं बचा है। लोगों को बाढ़ के 48 घंटे बाद भी कोई मदद नहीं मिल पाई है। स्थिति बहुत ही खराब है और लोग भोजन के इंतजार में और प्रशासनिक मदद की राह देख रहे हैं। जगदीशपुर गांव में बबुरी विशुनपुरा मार्ग पर चंद्र प्रभा नदी के पानी से आई बाढ़ के तेज बहाव के बीच बच्चे और युवक जमकर मस्ती करते नजर आए। पानी के तेज बहाव के बीच बड़ी संख्या में युवक और बच्चे जान जोखिम में डालकर तैराकी कर रहे थे, जबकि पुलिस वाले लगातार उन्हें मना भी कर रहे थे।
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जगदीशपुरगांव में बहता झरना
जगदीशपुर गांव के ग्राम प्रधान संजय सिंह ने बताया कि जगदीशपुर गांव में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। लोगों को सरकारी स्कूल पर और अपने घर पर शरण दिया गया है। ग्राम प्रधान और वहां मौजूद ग्रामीणों ने दुखी मन से कहा कि बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करने के दौरान जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग पुलिस अधीक्षक के साथ सोमवार की दोपहर जगदीशपुर गांव पहुंचे। लेकिन डीएम साहब अपने सरकारी गाड़ी से नीचे उतरकर ग्रामीणों से मिलना भी मुनासिब नहीं समझे। ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश भी दिखा।

भटपुरवा गांव में दवा बांटकर लौटती स्वास्थ्य विभाग की टीम
वही बात करें भटपुरवा गांव की, तो वहां भी बाढ़ आने के 30 घंटे बाद खाने-पीने की व्यवस्था हो पाई। SDRF की टीम को भी मौके पर लगा दिया गया है। वही SDRF के स्टीमर के जरिए एसीएमओ के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम भटपुरवा गांव में फंसे लोगों के लिए दवा लेकर पहुंची। चूंकि भटपुरवा गांव सड़क से आधा किलोमीटर दूर है और चारों तरफ बाढ़ के पानी से घिरा है, इस कारण लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके साथ उनके मवेशियों के भोजन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि एसडीएम साहिबा लगातार हम लोगों से मिलने आ रही हैं।