Chandauli News: पूर्व सपा विधायक ने कि मांग, गंगा के किनारे बसे ग्रामीणों को जमीन और आवास प्रदान करे सरकार.
गंगा के बाढ़ में मल्लाह बस्ती के लोग हुए प्रभावित, सपा नेता ने धानापुर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर लोगों की पीड़ाएं सुनी,
chandauli
10:11 AM, Aug 6, 2025
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गंगा के तटवर्ती इलाके में कटान दिखाते पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू
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Story By: खुशहाल पठान.
चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू मंगलवार को धानापुर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नरौली, दीयां व गद्दोचक सहित अन्य गांवों में गंगा नदी के किनारे बसे लोगों की समस्याएं सुनीं और उनकी आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंचाने का भरोसा दिया। सरकार से मांग की कि गंगा कटान से प्रभावित परिवारों को जमीन आवंटित कर उन्हें आवास योजना के तहत आवास प्रदान किया जाए। साथ ही अन्य सरकारी सहायता भी दी जाए, ताकि आपदा की घड़ी में इन परिवारों को सहारा मिल सके। उन्होंने आमजन की सुविधा के लिए दीयां व गद्दोचक सहित उन इलाकों में बड़ी नाव चलाने की मांग की, जहां बाढ़ का पानी घुस चुका है। कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों के जीवन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यदि गंगा नदी में पानी बढ़ा तो कई परिवारों का आशियाना छिन जाएगा और वे खुले आसमान के नीचे आ जाएंगे। क्योंकि इन गरीबों के पास छोटे-छोटे मकान हैं जो सीधे गंगा के किनारे बने हैं। इसके अलावा न तो इनके पास कोई जमीन है और न ही मकान।

प्रभावित ग्रामीणों से बात करते पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू
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कहा कि ग्रामीण लगातार क्षेत्रीय लेखपाल व प्रशासन से जमीन व आवास की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मदद करने की बजाय उन्हें गुमराह किया जा रहा है। ऐसे हालात में प्रशासन को लापरवाही छोड़कर ग्रामीणों की मदद के लिए आगे आना चाहिए, ताकि बाढ़ के दंश झेल रहे लोगों के दर्द को बांटा जा सके और उनकी मुश्किलें कम हों। कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाके में लोग तमाम तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं। क्योंकि बाढ़ के पानी से न केवल उनका मकान घिरा हुआ है, बल्कि रास्ते भी डूब चुके हैं। आवागमन व संपर्क का साधन नहीं है। मवेशियों के चारे का इंतजाम नहीं है। लोगों के पास पेट भरने के लिए अनाज की कमी है। प्रशासन की ओर से मुहैया कराई जा रही सुविधाएं बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसे लोगों तक नहीं पहुंच पा रही हैं। ऐसे में प्रशासन को नाव व अन्य माध्यमों से बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसे लोगों तक मदद पहुंचाने का काम करना चाहिए।